तिरंगे और गणतंत्र दिवस का अपमान दुर्भाग्यपूर्ण: राष्ट्रपति कोविंद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गणतंत्र दिवस के दिन लाल क़िले पर हुई घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा, ‘पिछले दिनों तिरंगे और गणतंत्र दिवस जैसे पवित्र दिन का अपमान दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने अपने अभिभाषण में तीनों क़ानूनों को समय की मांग बताया। उन्होंने कहा कि इसको लेकर पैदा हुए भ्रम को दूर करने की कोशिश सरकार कर रही है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने अभिभाषण में यह भी कहा कि नए कृषि क़ानूनों से दस करोड़ छोटे किसानों को लाभ मिलना शुरु हुआ है। छोटे किसानों को होने वाले इन लाभों को समझते हुए ही हर राजनीतिक दलों ने समय-समय पर अपना समर्थन दिया था।
दशकों से हो रही इन सुधारों की जो चर्चा चल रही थी और जो मांग थी उसपर सदन के दौरान भी चर्चा की गई। वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट ने इन क़ानून के अमल पर रोक लगाया हुआ है और सरकार इस आदेश का पालन करती है।