गोंड समाज के लोग अब शव दफनाएंगे
आदिवासी समुदाय अपनी पुरानी परंपराओं की तरफ अपने क़दम बढ़ाना शुरु कर दिया है। हाल ही में छत्तीसगढ़ में रहने वाले आदिवासियों के ही गोंड समाज ने अपनी परंपरा के मुताबिक़ कुछ फैसले लिए, जिसे उनके प्राकृतिक प्रेम और अपने सामाजिक नियमों की ओर लौटने के तौर पर देखा जा रहा है।गोंड आदिवासियों की एक महासभा में फैसला लिया गया है कि गोंड समाज में अब शवों को जलाया नहीं जाएगा, बल्कि उन्हें दफनाया जाएगा। इस गोंड महासभा और युवक युवती परिचय सम्मेलन में सामाजिक और पारिवारिक कार्यक्रमों में शराब पर भी पाबंदी का प्रस्ताव पास किया गया है। इनके अलावा गोंड समाज में हुए विभाजनों को भी समाप्त करने का फ़ैसला लिया गया।