सिर्फ 2 फीसदी दलित महिलाओं को ही मिल पाता है न्याय: रिपोर्ट
महिलाओं के ख़िलाफ़ लगातार बढ़ते हिंसा ने क़ानून व्यवस्था को कटघड़े में खड़ा कर दिया है। हाल ही में हुए हाथरस कांड ने महिला सुरक्षा की पोल खोल कर रख दिया था। रिपोर्ट बताते हैं कि अगर महिला वंचित समुदाय से है तो उनके साथ यौन हिंसा होने की आशंका ज़्यादा होती है।
एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि औसतन हर दिन दस दलित महिलाएं बलात्कार का शिकार हो रही हैं। ऐसे तो इस मामले में 27 फीसदी आरोपी को ही सज़ा मिलती है लेकिन अगल महिलाएं दलित समुदाय से हैं तो उनके गुनहगार को सज़ा मिलने की दर महज़ 2 फीसदी है। यानि वंचित महिलाओं को न्याय मिलना बेहद मुश्किल है। देखिए रिपोर्ट।