Covid के दौरान बच्चों के खिलाफ ऑनलाइन शोषण 400% बढ़ा, हर घंटे 14 बच्चे अपराध का शिकार
भारत में साल 2020 में 1,28,531 बच्चे अपराध का शिकार हुए हैं। CRY नाम की एक गैर सरकारी संस्था ने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के साल 2020 के दिए गए डाटा का विश्लेषण कर पाया कि देश में महामारी के दौरान हर दिन 350 बच्चे चाइल्ड लेबर, चाइल्ड मेरिज और ऑनलाइन यौन शोषण जैसे अपराध का शिकार हुए हैं।
राज्य स्तर पर देखें तो मध्य प्रदेश में सबसे अधिक बच्चे अपराध का शिकार हुए वहां 17,008 बच्चों के खिलाफ अपराध किया गया जो कि कुल मामलों का 13.2 फीसदी है जबकि इसके बाद उत्तर प्रदेश में 15,271 (11.8%) महाराष्ट्र में 14,371 (11.1 % ), पश्चिम बंगाल में 10,248 (7.9 %), बिहार में 6591 (5.1%) अपराध हुए हैं।
देश में बच्चों के खिलाफ हुए कुल अपराध का करीब 50 फीसदी (49.3%) हिस्सा इन्ही राज्यों से है जबकि केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में बच्चों के खिलाफ सबसे कम सिर्फ 2 अपराध रिकॉर्ड हुए। NCRB के आंकडों के मुताबिक देश में बच्चों के खिलाफ अपराध के मामले में चार्जशीटिंग रेट 65.6 है वहीं केंद्र शासित प्रदेश लक्षयद्वीप और पुडुच्चेरी में यह दर शत प्रतिशत थी।
क्राई संस्था का विश्लेषण बताता है 2019 के मुकाबले 2020 में बच्चों के खिलाफ अपराध की संख्या कम हुई है लेकिन एक साल में बाल विवाह और ऑनलाइन यौन शोषण जैसे अपराध क्रमशः 50 फीसदी और 400 फीसदी तक बढ़ गए हैं।