किरण गोसावी ने ‘फिरौती’ के आरोपों को खारिज किया; मलिक को NCB अधिकारी से मिली चिट्ठी, ड्रग केस में अब क्या हुआ?
मुंबई में क्रूज शिप ड्रग रेड मामले में वसूली के आरोपों का सामना कर रहे निजी जासूस किरण गोसावी ने बीते दिन कुछ मीडिया चैनल्स को इंटरव्यू दिया है। वह ड्रग रेड में शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान समेत और दूसरे लोगों की गिरफ्तारी के बाद से ही फरार चल रहे हैं हालांकि अब उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई और बीबीसी को दिए इंटरव्यू में दावा किया कि उन्हें आर्यन खान को गिरफ्तार किए जाने पर लगातार धमकी दी जा रही थी। गोसावी ने यह भी कहा कि वह जल्दी ही महाराष्ट्र के बाहर सरेंडर कर देंगे।
किरण गोसावी पर लगे जबरन वसूली के आरोप
किरण गोसावी 2 अक्टूबर को मुबंई में शिप पर की गई ड्रग रेड में स्वतंत्र गवाह या पंच गवाह थे। इस रेड के दौरान दूसरे गवाह प्रभाकर सैल जो कि गोसावी के ड्राइवर और बॉडीगार्ड हैं, उन्होंने आरोप लगाया है कि आर्यन खान पर कोई केस न बनाने के लिए एनसीबी ने गोसावी के जरिए 25 करोड़ की मांग की थी। सैल का कहना है कि उन्होंने गोसावी को सैम डिसूजा नाम के शख्स से 25 करोड़ की वसूली के बारे में बात करते हुए सुना था। इस वक्त तक आर्यन खान को एनसीबी ऑफिस लाया जा चुका था।
गोसावी और डिसूजा के बीच हुई बातचीत के मुताबिक आर्यन खान को छोड़ने के लिए हुई 25 करोड़ की डील के तहत मिले पैसों में से 8 करोड़ समीर वानखेड़े को दिए जाने थे हालांकि गोसावी ने अपने उपर लगे आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि यह सब जांच को दूसरी ओर मोड़ने की एक कोशिश है। समाचार एजेंसी से उन्होंने यह भी कहा कि वह महाराष्ट्र के बाहर जल्द ही सरेंडर कर देंगे और इससे सब कुछ साफ हो जाएगा। इस बीच पुणे पुलिस का कहना है कि वह अभी भी गोसावी की तलाश कर रही है और उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी है।
बता दें कि ड्रग रेड मामले में रविवार को बड़ा ट्विस्ट आया है। रेड के गवाह बने प्रभाकर सैल के बयान से यह केस पलटता नजर आ रहा है और 2 अक्टूबर को एनसीबी की ड्रग रेड के बाद जांच को लीड कर रहे एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े अब खुद सवालों के घेरे में आ गए हैं। यहां तक कि खुद एंटी ड्रग एजेंसी एनसीबी ने भी उनके खिलाफ इंटरनल जांच के आदेश दे दिए हैं।
प्रभाकर सैल ने रविवार को एक मीडिया चैनल से बात करते हुए एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े पर आरोप लगाया कि वह आर्यन खान के खिलाफ कोई केस न बनाने के लिए और उन्हें जेल न भेजने के लिए 25 करोड़ रूपये की मांग कर रहे थे।
समीर वानखेड़े पर लगे आरोपों पर राजनेताओं का बयान आर्यन खान ड्रग रेड केस ने काफी समय पहले ही राजनीतिक रूप ले लिया था। सबसे पहले महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने इस रेड को ‘फर्जी’ बताया था। उन्होंने यहां तक कहा है कि वानखेड़े ने एनसीबी में अनुसूचित जाति कोटे से प्रवेश के लिए नकली दस्तावेजों का सहारा लिया है। अब मंगलवार को नवाब मलिक ने एक चिट्ठी अपने सोशल मीडिया पर साझा कर दावा किया है कि यह चिट्ठी उन्हें एनसीबी के किसी अज्ञात अधिकारी ने दी है और इसमें उनसे कहा गया कि उन्हें वानखेड़े पर हमला करना जारी रखना चाहिए।
इतना ही नहीं इस चिट्ठी में वानखेड़े दिल्ली के मौजूदा पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना पर भी संगान आरोप लगाए गए हैं। लैटर में लिखा गया है कि राकेश अस्थान ने ही समीर वानखेड़े और केपीएस मल्होत्रा को बॉलिवुड एक्टर्स को किसी भी तरह फंसाने के लिए कहा था। वानखेड़े और मल्होत्रा पर दीपिका पादुकोण और श्रद्धा कपूर समेत कई एक्टर्स से करोड़ रूपये लेने का आरोप लगाया गया है। चिट्ठी में कहा गया है कि इन बॉलिवुड सेलिब्रिटी को फंसाने के बाद वानखेड़े उनसे करोड़ों रूपये ठगते थे और इसमें से अस्थाना को भी उनका हिस्सा दिया जाता। नवाब मलिक की साझा की गई चिट्ठी में यह भी कहा गया है कि वानखेड़े ने कम से कम 26 केस में नियमों का उल्लंघन किया गया है और वह कुछ लोगों का फोन भी टैप करवा रहे हैं।
सैल ने यह भी आरोप लगाया है कि एजेंसी ने ड्रग रेड के दौरान क्रूज शिप के अंदर या बाहर उनसे किसी दस्तावेज पर साइन नहीं कराए बल्कि उन्हें एनसीबी के दफ्तर ले जा कर 10 खाली पेपर पर उनके साइन लिए गए जबकि गोसावी का कहना है कि उनसे पंचनामे को पढ़वाकर ही साइन लिए गए। सैल का यह भी कहना है कि गोसावी ने क्रूज शिप पर रेड के बाद भी किसी शख्स से 50 लाख रूपये लिए थे।
समीर वानखेड़े के लिए दोहरी मुश्किलें
ड्रग रेड में साक्षी के गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद समीर वानखेड़े के लिए दोहरी मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। उनके खिलाफ एनसीबी ने विजिलेंस जांच के आदेश दे दिए हैं। ऐसा भी हो सकता है कि वानखेड़े को मौजूदा ड्रग रेड केस से हटा भी दिया जाए हालांकि वानखेड़े के खिलाफ जांच को सुपरवाइज करने वाले एनसीबी के उप महानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि यह अभी बताया नहीं जा सकता।
अब क्योंकि सैल ने वानखेड़े पर वसूली के आरोप भी लगाए हैं, ऐसे में बहुत हद तक मुमकिन हैं कि मुंबई पुलिस भी जल्द ही उनके खिलाफ एक्स्टॉर्शन के आरोपों के तहत भी जांच शुरू कर दें। इस तरह वानखेड़े पर दोधारी तलवार लटक रही है। वहीं अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए वानखेड़े ने मुंबई पुलिस को लिखे लैटर में कहा है कि उन्हें गलत उद्देश्य से फंसाने के लिए कोई कानूनी कार्रवाई न की जाए। उन्होंने मुबंई की विशेष अदालत में भी सवूली वसूली के आरोपों के खिलाफ दो एफिडेविट दायर किए हैं।
क्या है क्रूज शिप ड्रग रेड?
केस एनसीबी की टीम ने 2 अक्टूबर को गोआ जा रही कार्डेलिया नाम की क्रूज शिप पर 2 अक्टूबर को रेड की थी। एजेंसी का दावा था कि उसने इस रेड के दौरान कई तरह के नशीले पदार्थ जब्त किए हैं और इस मामले में आर्यन खान समेत कई और लोगों को हिरासत में लिया गया है। फिलहाल मामलें में 20 से ज़्यादा लोग जिनमें कुछ ड्रग पेडलेर भी शामिल हैं, इन्हें गिरफ्तार किया गया है। जबकि रेड केस में ध्यान का केंद्र रहे आर्यन खान हिरासत 30 अक्टूबर तक बढ़ा दी गई है।