पहले दंगे और अब कोरोना का दोष, दिल्ली में अल्पसंख्यकों की बढ़ी दिक्कतें
एक तरफ देश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं तो दूसरी तरफ अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ नफरतें भी बढ़ रही है। मुस्तफाबाद के इमरान पहले बढ़ई का काम करते थे लेकिन लॉकडाउन की वजह से काम बंद है तो अब सब्ज़ी बेचते हैं। मुस्तफाबाद दिल्ली का वही इलाक़ा है जहां तीन महीने पहले दंगे हुए। दंगों के बाद यहां ज़िन्दगियां पटरी पर लौट ही रही थी कि कोरोना की वजह से लॉकडाउन हो गया।
इमरान बताते हैं कि गली-मुहल्लों में सब्ज़ी बेचने में काफी परेशानी हो रही है। उन्होने कहा कि सब्ज़ी बेचने जाते हैं तो पुलिस वाले आईडी मांगते हैं और नाम देखकर भगा देते हैं।
देखिए दिल्ली के मुस्तफाबाद से गोन्यूज़ संवाददाता अंजलि ओझा की ये रिपोर्ट।