Year Ender 2020: 2020 में कोरोना ने सब कुछ ठप किया पर नहीं रुका राजनीतिक दाँव-पेंच का सिलसिला
वैसे तो साल 2020 महामारी के चलते पाबंदियों का साल था लेकिन राजनीतिक उठापटक देश में बदस्तूर जारी रही। इस साल भी नेताओं ने पाले बदले, सरकारे बनी-बिगड़ीं और सियासी रस्सकशी चलती रही । आइए नज़र डालते है इस वर्ष हुई कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं पर जिन्होंने देश की राजनीतिक पर व्यापक असर डाला।
इस साल की सबसे बड़ी सियासी घटना रही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राहुल गांधी के करीबी ज्योतिरादित्य सिंधिया का अपनी पार्टी से मोहभंग। गुना मध्य प्रदेश से 2019 का लोकसभा चुनाव हारने वाले सिंधिया को जब कांग्रेस ने राज्यसभा नहीं भेजा, तो सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए उन्होंने 10 मार्च को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस ने बहुत मानमनुव्वल की लेकिन वे भाजपा के होकर ही माने।
उनके पीछे- पीछे 22 और कांग्रेस विधायक बीजेपी में शामिल हो गये और कमलनाथ सरकार गिर गई। शिवराज सिंह चौहान एमपी के फिर मुख्यमंत्री बने और उपचुनावों में बीजेपी ने 19 सीटे जीतकर शिवराज सरकार को बहुमत दिला दिया। बीजेपी ने सिंधिया का अहसान उन्हें राज्यसभा भेजकर और उनके वफादार विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह देकर चुकाया।