1982 में ईवीएम पर भारत में लगी थी रोक, सिर्फ़ 10 और मुल्क करते हैं इस्तेमाल
बिहार में नतीजे सामने आ चुके हैं और एनडीए की सरकार दोबारा सत्ता पाने में कामयाब रही है। काफी देर में आए नतीजे और बेहद कम मार्जिन से हारने वाले विरोधी खेमे में ईवीएम को लेकर बयानबाज़ी शुरू हो गई है। जानिए इस ख़ास रिपोर्ट में आखिर ईवीएम काम कैसे करती है और क्या है इसका अतीत और भविष्य।
ईवीएम यानि इलेट्रॉनिक वोटिंग मशीन एक ऐसी मशीन होती है जिसका इस्तेमाल वोटिंग करवाने के लिए किया जाता है। ईवीएम से पहले मतदान बैलट बॉक्स, मत-पर्ची (बैलट पेपर) की मदद से करवाई जाती थी लेकिन इसमें बहुत समय लगता था। इसी समस्या को दूर करने के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन को उपयोग में लाया गया जिसे हम आज ईवीएम मशीन के नाम से जानते है।
ईवीएम का इस्तेमाल सबसे पहले मई 1982 में केरल के परूर विधानसभा क्षेत्र के 50 मतदान केंद्रों पर किया गया था। उसके बाद ईवीएम मशीन में गड़बड़ी और कई राजनीतिक दलों के दबाव के चलते इसका इस्तेमाल रोक दिया गया ।