भारतीय सेना की याद में 60 देशों में बना है वॉर मेमोरियल !
इंडिया गेट के अमर जवान ज्योंति को नए वॉर मेमोरियल में ‘मर्ज’ करने के सरकार के फैसले का देश में विरोध हो रहा है। कहा जा रहा है कि मर्ज करने का सरकार का फैसला अनुचित और निंदनीय है। सोशल मीडिया यूज़र इन्हें शहीदों का अपमान बता रहे हैं।
केन्द्र सरकार के सूत्रों के हवाले से एक न्यूज़ एजेंसी ने बताया कि, “इंडिया गेट पर दर्ज नाम सिर्फ कुछ शहीदों के हैं जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध और एंग्लो-अफग़ान युद्ध में अंग्रेजों के लिए लड़ाई लड़ी थी और इस प्रकार यह हमारे औपनिवेशिक अतीत का प्रतीक है।”
इंडिया गेट ब्रिटिश सरकार द्वारा 1914 और 1921 के बीच प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए ब्रिटिश भारतीय सेना के सैनिकों की याद में बनाया गया था। हालांकि अमर जवान ज्योति को 1971 के पाकिस्तान के साथ युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों की याद में साल 1972 में इंदिरा गांधी सरकार द्वारा स्थापित किया गया था।
इंडिया गेट पर फ्रांस, मेसोपोटामिया और परसिया, पूर्वी अफ्रीका, गैलीपोली और उत्तर-पश्चिमी सीमा और तीसरे अफ़ग़ान युद्ध सहित अन्य हिस्सों में मारे गए ब्रिटिश भारतीय सैनिकों और कुछ ब्रिटिश सैनिकों के नाम दर्ज हैं। इंडिया गेट पर 13,313 सैनिकों के नाम अंकित हैं जिनमें 12,357 भारतीय जवानों के नाम शामिल हैं।