त्योहार के मौसम में ख़र्च करने को तैयार हैं शहरी भारतीय: सरकारी सर्वे

by GoNews Desk Sep 13, 2021 • 02:48 PM Views 1720

भारत में त्योहारी मौसम शुरु ही होने वाला है। ऐसे तो महामारी के बाद लोगों ने त्योहार पर अपना ख़र्च कम कर लिया है लेकिन एक सरकारी सर्वे के मुताबिक़ शहरी भारतीय इस साल त्योहार में अपनी जेब ढीली कर सकते हैं। सरकार के दिवाली स्पेंडिंग सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि इस साल शहरी भारतीयों के बीच त्योहारों के दौरान खर्च करने की प्रवृत्ति 90.71 है जो पिछले साल 80.96 से ज्यादा है। 

हालांकि सर्वे बताता है कि भले ही लोग पिछले साल के मुकाबले इस साल त्यौहार पर अधिक खर्च करने के लिए तैयार हैं लेकिन फिर भी इस खर्च को महामारी से पहले के स्तर पर पहुंचने में वक्त लग सकता है। साल 2019 में जब देश में घातक संक्रमण की आहट नहीं हुई थी तब लोगों के बीच त्योहारों के दौरान खर्च करने की प्रवृत्ति 100 थी।

देश में कोरोना वायरस की दस्तक के बाद मार्च 2020 में देशव्यापी लॉकडाउन लगाया गया था। इस लॉकडाउन ने करोड़ों लोगों को घर बैठने पर मज़बूर किया, जबकि लाखों ने अपनी नौकरी गवाई और कई कंपनियों पर ताला लग गया। देश में अनिश्चितता के माहौल के बीच लोगों ने पैसों को त्यौहार या दूसरी जगह पर खर्च करने की बजाय उन्हें संभाल कर रखना बेहतर समझा लेकिन इस साल लोगों का झुकाव त्योहारों में अधिक खर्च करने की ओर बड़ा है।

अगस्त 2021 में 2000 लोगों पर सर्वे किया गया है। सर्वे में मुख्य तौर पर शहरों में रहने वाले सामाजिक आर्थिक वर्ग ए और बी को शामिल किया गया था। इसके परिणाम बताते हैं कि 29 फीसदी लोग पिछले साल के मुकाबले इस साल त्योहारों में अधिक खर्च करना चाहते हैं। साल 2020 में यह आंकड़ा 17 फीसदी था और 2019 में 48 फीसदी था। सर्वे से यह भी पता चला है कि वह लोग जो पिछले 18 महीनों से किफायती जीवन जी रहे हैं, ऐसे लोग अब खर्च करने के मौके तलाश रहे हैं। 

लोग हालांकि अधिक खर्च करने को लेकर विश्वस्त हुए हैं लेकिन फिर भी एक वर्ग में अनिश्चितता मौजूद है। यह लोग त्योहारों पर कम खर्च करना चाहते हैं। 31 फीसदी लोगों ने कहा कि वह त्योहारों पर पिछले साल के मुकाबले कम खर्च करेंगे। साल 2019 में 54 फीसदी लोग ऐसे थे जो पिछले साल के मुकाबले कम खर्च करना चाहते थे जबकि 2019 में यह आंकड़ा 23 फ़ीसदी था।

पिछले महीने किया गया यह सर्वे बताता है कि 28 फीसदी लोग ऐसे भी हैं जो त्योहारों पर पिछले साल के बराबर ही खर्च करना चाहते हैं। साल 2020 में 20 फीसदी और साल 2019 में 18 फईसदी लोग त्योहारों पर उतना ही खर्च करना चाहते थे जितना कि उन्होंने पिछले साल किया था।

जैसा कि बताया गया कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान लगे बिना तैयारी के लगे लॉकडाउन ने लोगों में व्यापक संदेह और डर को जन्म दिया है। ऐसे में सर्वे में भाग लेने वाले 43.6 फीसदी लोगों ने माना कि वह अपने खर्च को लेकर पिछले साल के मुकाबले और ज्यादा सावधान है जबकि 2019 में 50 फीसदी लोगों ने खर्च को लेकर और ज्यादा सावधानी बरतने की बात कही थी।