'फटी जीन्स पहन रहीं महिलाएं, ये कैसे संस्कार?', बोले उत्तराखंड के मुखमंत्री तीरथ सिंह रावत
उत्तराखंड को चुनाव से करीब 1 साल पहले ही तीरथ सिंह रावत के रूप में अपना नया मुख्यमंत्री मिला है। लेकिन अब सीएम रावत की बयानबाजी खूब चर्चा में है। पीएम मोदी को भविष्य में भगवान राम की तरह पूजे जाने वाला बयान से वह पहले ही सुर्खियां बटोर रहे था, वहीं अब नए सीएम ने महिलाओं की जींस पर कमेंट कर दिया है।
अपने राजनीतिक दिनों की शुरुआत में संघ के प्रचारक रहे सीएम तीरथ सिंह रावत ने एक सभा को संबोधित करते हुए अपना एक किस्सा सुनाया। जिसमें वो महिलाओं के रिप्ड यानी फटी हुई जींस से नाराज नजर आ रहे हैं। तीरथ सिंह ने कहा,
“मैं एक दिन जयपुर से आ रहा था, अगले दिन करवाचौथ था। जब मैं जहाज में बैठा और मेरे साथ दो तीन लोग थे। मेरे साथ के लोगों ने कहा कि करवाचौथ है, जाना तो है। सालभर नाराज रखते हैं, तो एक दिन तो खुश रखना है। जहाज में मेरे बगल में एक बहनजी बैठी थीं, बातचीत हुई और जब मैंने उनकी तरफ देखा तो नीचे गम बूट थे, जब और ऊपर देखा तो घुटने फटे थे। हाथ देखे तो कई कड़े थे। जब घुटने देखे तो मैंने पूछा कि कहां जाना है, बोलीं दिल्ली जाना है। क्या करती हैं, एनजीओ चलाती हूं। मैंने कहा एनजीओ चलाती हूं, घुटने फटे दिखते हैं, समाज के बीच में जाते हैं। क्या संस्कार दोगे।”
अब तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बने मुश्किल से एक हफ्ता भी नहीं हुआ है और वो महिलाओं के पहनावे पर टिप्पणी करने लगे हैं।
इतना ही नहीं कुछ दिन पहले, मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद जब तीरथ सिंह रावत एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे तो, उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ की। लेकिन सिर्फ तारीफ तक ही नहीं रहे, उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को भगवान राम की तरह पूजने की बात कह डाली। उन्होंने अपने इस बयान में कहा था,
“द्वापर और त्रेता युग में राम-कृष्ण हुए और राम ने भी यही समाज का काम किया, इसीलिए उन्हें भगवान मानने लग गए, आने वाले समय में नरेंद्र मोदी को भी इसी रूप में हम मानने लगेंगे। जो काम पीएम नरेंद्र मोदी कर रहे हैं उसकी जय जयकार होगी, इसीलिए सब कह रहे हैं मोदी है तो मुमकिन है।”
बता दें कि त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ उठते विरोधी सुरों के बाद केंद्रीय नेतृत्व ने सभी को चौंकाते हुए तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड की कमान सौंप दी थी। इसके बाद से ही तीरथ सिंह रावत अपने हर इंटरव्यू और सभा में पीएम मोदी का गुणगान करते नजर आ रहे हैं। हालांकि राज्य में जनता की नाराजगी को दूर करने और विकास कार्यों को जमीन तक पहुंचाने के लिए उनके पास सिर्फ करीब 10 महीने का ही समय बचा है।