भूख-भूख करते रहे लोग लेकिन मोदी सरकार ने अनाज बेच दिए विदेश
कोरोना महामारी के दौरान भारत में भुख़मरी अपने चरम पर पहुंच गई। लोग भूख-भूख, राशन-राशन करते रहे लेकिन मोदी सरकार ने रेकॉर्ड अनाज विदोशों को बेच दिया। हालिया एक रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है कि भारत के एग्रिकल्चर एक्सपोर्ट में महामारी के दौरान रेकॉर्ड बढ़ोत्तरी हुई है, जबकि देश में बड़ी संख्या लोग भूख की वजह से भी मारे गए और देश की लगभग 20 करोड़ आबादी आज भी भूखा सोती है।
यह ठीक वैसा ही जैसा 1943 में विंस्टन चर्चिल, ब्रिटिश हुकूमत के वॉरटाइम लीडर ने किया था जिसके वजह से अकेले पश्चिम बंगाल में 30 लाख लोग मारे गए थे।
मसलन भारत ने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान एग्रिकल्चर प्रोडक्शन और एग्रिकल्चर प्रोड्यूस एक्सपोर्ट के सभी पिछले रेकॉर्ड तोड़ दिए, जबकि हंगर इंडेक्स में भारत की रैंकिंग अबतक की सबसे ख़राब रैंकिंग आंकी गई है।
चावल, गेहूं और मक्का जैसे अनाज के निर्यात में 57.7 फीसदी की भारी बढ़ोत्तरी देखी गई है, बकि हंगर इंडेक्स में भारत 107 देशों की रैंकिंग में 94वें से फिसलकर 116 देशों की रैंकिंग में 101वें स्थान पर आ गई है, जो पिछले साल के मुक़ाबले दो अंक कम हैं