बिहार विधानसभा चुनाव में अकेले पड़ गए नीतीश !
बिहार विधानसभा चुनाव में सबसे तन्हा नज़र आने वाले शख़्स में राज्य के सीएम नीतीश कुमार हैं। सीएम नीतीश की रैलियों में भीड़ का नहीं जुटना और भारतीय जनता पार्टी का उनकी मांगों पर चुप रहना इस बात का सबूत है कि नीतीश कुमार अभी बिल्कुल अकेले पड़ गए हैं।
जबकि 2015 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ही थे जिन्होंने अपने विकास मॉडल और शराब बंदी के नाम पर महागठबंधन को एक बड़ी जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। पिछले विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के विकास मॉडल के सामने एनडीए गठबंधन को शिकस्त का सामना करना पड़ा। हालांकि बाद में नीतीश के पाला बदलने के बाद राज्य में भाजपा-जदयू की सरकार बनी।