MSP पर जारी रहेगा आंदोलन, मोर्चे की मीटिंग में आगे की रणनीति पर होगा फैसला
पीएम मोदी ने देश को अपने संबोधन के दौरान प्रदर्शनकारी किसानों से अपील की कि वह अपने परिवारों के पास लौट जाएं हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिंघु बॉर्डर पर जमे किसानों का कहना है कि वह तभी प्रदर्शनस्थल खाली करेंगे जब कृषि कानूनों को खत्म करने की प्रक्रिया संसद में शुरू हो जाएगी। हालांकि प्रधानमंत्री ने एमएसपी को लेकर कुछ बातें नहीं की।
देखिए संयुक्त किसान एकता मोर्चा के नेता डॉक्टर दर्शन पाल ने क्या कहा।
सिंघू बॉर्डर पर मौजूद एक स्त्रोत ने इंडिया टुडे से कहा, “संसद सत्र (जो इस महीने से शुरू हो रहा है) के दौरान तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की कार्यवाही शुरू होने के बाद ही किसान निकलेंगे।” पीएम मोदी ने शुक्रवार को देश के नाम संबोधन में कहा कि उनकी सरकार किसानों के एक हिस्से को कृषि कानूनों पर मनाने में असमर्थ रही।
उन्होंने कहा, “मैं भारत से माफी मांगता हूं और सच्चे और शुद्ध दिल से... हम किसानों को [कृषि कानूनों पर] समझाने में सक्षम नहीं थे। मैं यहां यह घोषणा करने आया हूं कि हमने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने का फैसला किया है... हम इस महीने शुरू होने वाले संसद सत्र के दौरान सभी औपचारिकताएं पूरी करेंगे।”