कोरोना वारियर नहीं मानती सरकार पर 37 मीडियाकर्मियों ने गँवायी कोरोना दौर में जान!
कोरोना के ख़तरे से जूझने के लिए लगाये गये लॉकडाउन के दौरान जब सब कुछ रुक गया था, कई लोग फिर भी अपनी ड्यूटी निभा रहे थे। इनमें डॉक्टर, नर्स, पुलिस और अर्धसैनिक बल और तमाम ज़रूरी सेवाओं से जुड़े लोगों के साथ-साथ मीडिया भी शामिल था। खतरा सभी के लिए बराबर था तो स्वाभाविक है कि कोरोना संक्रमण से जान देने वाले कोरोना वारियर्स में मीडियाकर्मी भी शामिल हैं।
अब केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय की पत्रकार कल्याण योजना के तहत इन पत्रकारों के परिवारों की मदद की जाएगी। इस योजना के तहत पीड़ित परिवार को मृतक के पत्रकार के तौर पर काम करने का प्रमाण, इनकम सर्टिफिकेट, मृत्यु प्रमाण पत्र और चिकित्सा दस्तावेज द्वारा यह साबित करना होगा की पत्रकार की मौत कोविद -19 के चलते हुई।
सरकारी प्रेस रिलीज़ में इसके लिए फ़िलहाल कोई समय सीमा तह नहीं की गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस योजना के तहत पीड़ित परिवारों को 5 लाख रुपए तक की सरकारी मदद की जाएगी।