किसानों का आंदोलन सरकारी साज़िश का शिकार हुआ: संयुक्त किसान मोर्चा
27 जनवरी को किसानों ने प्रेस कांफ्रेंस कर गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई घटना पर अपनी बात रखी है। संयुक्त किसान मोर्चा के बलबीर सिंह राजेवाल ने आरोप लगाया है कि आंदोलन को बदनाम करने के लिए यह सरकार की एक साज़िश थी। उन्होंने कहा कि कहा कि आंदोलन में दो लाख ट्रैक्टर शामिल हुए और लाखों किसानों ने परेड में शिर्कत की।
उन्होंने कहा कि 99.99 फीसदी किसान शांतिपूर्ण रहे। कुछ लोगों ने लाल क़िले पर झंडा लगा दिया। उन्होंने किसी का नाम लिए बग़ैर आरोप लगाया कि उन लोगों ने कहा था कि वो लाल क़िला जाएंगे और वहां झंडा फहराएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस और उनकी मिलीभगत थी। हमारे तय रास्तों पर बाधाएं ़डाली गई। रास्ते में खड़ी पुलिसकर्मी ट्रैक्टर को इशारा करके दिल्ली में भेज रहे थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने ही किसी को लाल क़िला भेजा और किसी को आइटीओ भेजा। देखिए उन्होंने और क्या गंभीर आरोप लगाए हैं...