Budget 2022: कच्चे तेल के दाम बढ़े लेकिन पेट्रोल-डीज़ल की कीमत सामान्य !
भारत में पेट्रोल-डीज़ल की कीमतें बढ़ेगी या नहीं, यह अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमतों पर भी निर्भर करता है। और कच्चे तेल की कीमत अंतरराष्ट्रीय सप्लाई चेन पर निर्भर करती है जो बाधित हो रही है। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की आशंकाओं से अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमतें सात साल के अपने उच्चतम स्तर पर है, जिसके आने वाले समय में और भी बढ़ने की आशंका है।
आम बजट और पांच राज्यों के चुनाव से पहले अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में आए इस उछाल का भारतीय रिटेल बाज़ार पर असर नहीं पड़ेगा लेकिन इससे सरकारी ख़ज़ाने पर बोझ ज़रूर बढ़ सकता है। साथ ही यह भी आशंका है कि बजट और चुनाव के बाद उगाही के लिए सरकार इसकी कीमतें फिर से बढ़ा सकती है।
अंतरराष्ट्रीय ऑयल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड बेंचमार्क 2014 के बाद से पहली बार बुधवार को 90 डॉलर प्रति बैरल के पार पर पहुंच गया। अक्टूबर 2014 में क्रूड ऑयल की कीमतें 86.08 डॉलर प्रति बैरल दर्ज की गई थी जिसमें अब 2 फीसदी का उछाल देखा गया है। ख़बर लिखे जाने तक कच्चा तेल 89.30 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा है।