पुलिस में 'महिलाओं' की हिस्सेदारी बढ़ाने में बिहार सबसे आगे, हरियाणा में गिरावट
भारत में महिला सशक्तिकरण के दावे भले ही ज़ोर शोर से किए जाते हों लेकिन पुलिस विभाग में महिलाओं की हिस्सेदारी निराश करने वाली है। इंडिया जस्टिस की एक रिपोर्ट में सामने आया है कि भारत में हर दस पुलिसकर्मियों में मात्र एक महिला पुलिस है। अगर अधिकारी रैंक में महिलाओं की हिस्सेदारी देखें तो हर 100 पुरुष अधिकारियों में महज़ सात अधिकारी महिला हैं।
टाटा ट्रस्ट ने कुछ अन्य संस्थानों के सहयोग से इंडिया जस्टिस रिपोर्ट 2020 जारी की है। यह रिपोर्ट देश के अलग-अलग राज्यों की न्याय करने की क्षमता का आकलन करती है। इंडिया जस्टिस रिपोर्ट चार श्रेणियों में सर्वे के आधार पर तैयार की गई है: पुलिस, न्यायपालिका, जेल और कानूनी मदद।
2009 में केंद्र ने पुलिस विभाग में महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण का नियम बनाया था। इसके बाद बिहार अकेला ऐसा राज्य है जहाँ इसे लेकर सक्रीयता देखी जा सकती है। यहाँ पुलिस विभाग में महिलाओं की हिस्सादारी 25.3 फीसदी है यानि हर चार में एक पुलिसकर्मी महिला है। बिहार पुलिस विभाग में महिलाओं का प्रतिनिधित्व 38 फीसदी करने का लक्ष्य है। हालांकि बिहार में अधिकारी स्तर पर महिलाओं की भागीदारी महज़ 6.1 फीसदी है।