बिहार चुनाव: पप्पू यादव और उपेंद्र कुशवाहा की अगुवाई वाली गठबंधन कितना मज़बूत ?
बिहार विधानसमभा चुनाव में एनडीए गठबंधन और महागठबंधन के अलावा दो अन्य गठबंधन भी मैदान में हैं। इनमें एक उपेंद्र कुशवाहा की अगुवाई वाली युनाइटेड डेमोक्रेटिक सेक्युलर अलायंस (यू़डीएसए) और पप्पू यादव की अगुवाई वाली प्रोग्रेसिव डेमोक्रेटिक अलायंस (पीडीए) शामिल है।
उपेंद्र कुशवाहा की अगुवाई में बनी युनाइटेड डेमोक्रेटिक सेक्युलर अलायंस ने पूरे 243 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। इस ग्रांड गठबंधन में छह दलों ने साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इनमें उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, असददुद्दीन ओवैसी की एआइएमआइएम, मायावती की बहुजन समाज पार्टी, देवेंद्र प्रसाद यादव की पार्टी समाजवादी जनता दल (डेमोक्रेटिक) और जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) शामिल हैं।
इनके अलावा प्रोग्रेसिव डेमोक्रेटिक अलायंस में पप्पू यादव की जनअधिकार पार्टी, चन्द्रशेखर आज़ाद की आज़ाद समाज पार्टी, एमके फैज़ी की सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी और वीएल मातंग की बहुजन मुक्ति पार्टी शामिल है। पीडीए ने पप्पू यादव को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया है। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर कोरोना महामारी से ठीक ढंग से नहीं निपटने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘नीतीश’ को सेवा करने की बजाय सत्ता की लत लग गई है।