पड़ोसी देश पाकिस्तान में सड़क पर क्यों हैं 'TLP' के समर्थक ?
पड़ोसी देश पाकिस्तान में लाखों की संख्या में तहरीक-ए-लब्बैक (टीएलपी) के समर्थक सड़कों पर उतर आए हैं। सोमवार को संगठन के चीफ साद हुसैन रिज़्वी की गिरफ़्तारी के बाद उनके समर्थक हिंसक हो गए। विरोध-प्रदर्शनों में अबतक दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है और 340 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। बुधवार को हिंसक विरोध-प्रदर्शनों के बाद पाकिस्तान की सरकार ने कट्टरवादी राजनीतिक संगठन टीएलपी पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है।
पाकिस्तान के इंटीरियर मिनिस्टर शेख रशीद ने बताया कि संगठन को टेररज़्म एक्ट के तहत प्रतिबंधित करने का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि ‘मैंने पंजाब सरकार द्वारा टीएलपी पर प्रतिबंध लगाने के लिए भेजे गए एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।’
इस्लामिस्ट राजनीतिक संगठन ईश निंदा के कथित कृत्यों के ख़िलाफ़ लगातार विरोध-प्रदर्शन पर उतारू है। कट्टरवादी संगठन फ्रांस के ख़िलाफ़ लगातार विरोध-प्रदर्शन करता रहा है। संगठन ने पाकिस्तान सरकार से फ्रांसीसी राजदूत को देश से बाहर करने की मांग की थी। संगठन का आरोप है कि सरकार ने इसका वादा भी किया था।