देखें Money Heist का गीत Bella Ciao कैसे बना प्रतिरोध की आवाज़
क्रांतिकारी गीत या तो विद्रोह को आवाज़ देते हैं या फिर राष्ट्रवंदन को। कभी इन गीतों का प्रयोग आंदोलनकारी सत्ता की दमनकारी नीतियों के खिलाफ़ करते हैं, तो कभी इनका प्रयोग देश के प्रति निष्ठा दिखाने में होता है। और जब ऐसे ही गीतों का ज़िक्र होता है तब नाम आता है बेला चाओ का जिसे कोई बग़ावत का गीत मानता है तो कोई netflix की मनी hiest के प्रफ़ेसर का गीत। बेला चाओ यानी Goodbye beautiful girl। वैसे इस गाने के कई अलग अलग वर्ज़न भी आए। इस गीत की गूँज कभी छात्रों के आंदोलन में सुनाई दी तो कभी किसान आंदोलन में और अब तो चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने भी इसका इस्तेमाल किया है।
सवा सौ साल पुराना ये गीत युवाओं के दिल की धड़कन है। पहली बार इस गीत के स्वर धान के खेतों में उन्नीसवीं सदी के आखिर में सुनाई दिए थे। ये विद्रोही आवाज़ें खेत मालिको के शोषण, कम मेहनताने के खिलाफ़ थीं। इस आवाज़ में पीड़ा थी, बंधनों को तोड़ने की चेष्टा थी। यह आवाज़ें खेतों में काम करने वाली मेहनतकश महिलाओं की थीं।
उसके बाद दूसरे विश्वयुद्ध तक आते आते ये गीत, फासीवादी सोच के खिलाफ़ आम लोगों की आवाज़ बन गया।
इस गीत की लोकप्रियता का आलम तो यह है कि भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल चुनाव के लिए बंगाली भाषा में जो गीत लांच किया है, वो दरअसल "बेला चाओ" का बंगाली वर्ज़न है।
वैसे बीते कुछ सालों में भारत में हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान लोगों के बीच प्रतिरोधी कविताओं और नज़्मों के इतर 'प्रतिरोधी गानों' ने अपनी जगह मज़बूत की है। दिसंबर 2019 में नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ शुरू हुए आंदोलन में पूजन साहिल द्वारा गाया गया 'वापस जाओ' गाना भी बेला चाओ का ही एक वर्ज़न है।