एयरस्पेस बंद करने से पहले पाकिस्तान ने ऐलान किया, डिप्लोमेट भड़के
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की वजह से पाकिस्तान एक बार फिर अपने एयरस्पेस को भारत के लिए बंद करने का विचार कर रहा है। पाकिस्तान के साइंस और टेक्नोलॉजी के मिनिस्टर चौधरी फ़वाद हुसैन ने ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान भारत के लिए सभी एयर स्पेस बंद करने के बारे में सोच रहे हैं।
साथ ही, भारत-अफ़ग़ानिस्तान के बीच कारोबार में इस्तेमाल होने वाले पाकिस्तानी रूट को भी बंद करने का मन बना लिया है। हालांकि चौधरी फ़वाद हुसैन के ट्वीट पर उनके ही एक वरिष्ठ राजनयिक अब्दुल बासित कहा कि फ़ैसला लेने से पहले ऐसी बातों को सार्वजनिक क्यों करना, यह एक ख़राब राजनीति और लापरवाह कूटनीति है।
इस बीच पाकिस्तान ने कराची एयरस्पेस को 31 अगस्त तक के लिए पूरी तरह बंद कर दिया है। पाकिस्तान की सिविल एविएशन अथॉरिटी ने नोटिस जारी कर कहा है कि 28 अगस्त से 31 अगस्त तक कराची एयरस्पेस बंद रहेगा। सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से कहा गया गया है कि कराची के तीन एयरस्पेस का इस्तेमाल करने से बचें। हालांकि ये एयरस्पेस क्यों बंद किए गए हैं, इसके बारे में नहीं बताया गया है।
पाकिस्तान ने इससे पहले 26 फ़रवरी से 16 जुलाई तक अपने 11 में से 9 एयरस्पेस भारत के लिये बंद कर दिये थे, जिससे भारतीय विमानन कंपनियों को हर दिन करोड़ों रुपयों का नुकसान उठाना पड़ था |
तब केंद्रीय नगर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने राज्यसभा में बताया था कि 26 फरवरी से 2 जुलाई तक सरकारी एयरलाइंस एयर इंडिया को 491 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा था। इसके अलावा स्पाइस्जेट को 30.73 करोड़ और इंडिगो को 25.1 करोड़ का नुकसान हुआ था |
हालांकि इस पाबंदी की वजह से पाकिस्तान को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा था। विमान कंपनियां हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने के लिए सम्बंधित देश को फीस देती है और पाबंदी की वजह से पाकिस्तान को 688 करोड़ रुपए नहीं मिल पाए थे।
दरअसल पाकिस्तान का एयर स्पेस बंद होने के बाद से फ्लाइट्स को लंबा रूट लेना पढता है। लंबे रूट की वजह से न सिर्फ उड़ानों का समय बढ़ जाता है बल्कि एयरलाइंस कंपनियों के ख़र्च में भी बढ़ोतरी हो जाती है।