रूपहले पर्दे पर जाति का स्टीरियोटाइप रचती मैडम चीफ मिनिस्टर
भारत में जो कभी नहीं जाती, वो है जाति। जीवन से लेकर मरण तक तमाम भारतीयों के लिए जाति ही सबकुछ तय करती है। ऐसे में इस विषय पर फिल्म बनाना और भी मुश्किल हो जाता है। गैंग्स ऑफ़ वासेपुर और फुकरे जैसी फिल्मों से पहचान बनाने वाली एक्ट्रेस ऋचा चड्डा की नई फिल्म मैडम चीफ मिनिस्टर कुछ इसी वजह से विवादों में घिर गई है। दरअसल, कहने को तो यह फिल्म काल्पनिक है लेकिन टाइटल और फिल्म के पोस्टर से अंदाज़ा लगाना मुश्किल नहीं कि यह फिल्म देश की एकमात्र दलित महिला मुख्यमंत्री रहीं बीएसपी सुप्रीमो मायावती के जीवन से प्रभावित है जिन्होंने उत्तर प्रदेश की बागडोर 4 बार संभाली।
ऋचा चड्ढा ने हाल ही में इस फिल्म के फर्स्ट लुक पोस्टर को सोशल मीडिया पर शेयर किया था। इस पोस्टर में वह झाड़ू पकड़े हुए और गंदगी में ढकी हुई दिखाई दे रही हैं। टैगलाइन में लिखा है, "अछूत, अजेय।"
अब इसी पोस्टर के चलते उनपर दलित समुदाय को गलत तरीके से पेश करने और उन्हें स्टीरियोटाइप पेश करने का आरोप लग रहे हैं। मसलन, यह किसी से छुपा नहीं है की दलित ही सफाई और अन्य कथित रूप से छोटे काम करते हैं। ऐसे में फिल्म जैसे एक बड़े माध्यम में इस तरह एक दलित को झाड़ू के साथ दिखाने से एक ख़ास तरह की छवि ही सामने आती है।