कोरोना की तीसरी लहर का ख़तरा लेकिन ऑक्सीज़न प्लांट का काम अब भी अधूरा

कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर देश पर एक ख़तरे के रूप में फिर मंडरा रहा है। जिस तरह के हालात दूसरी लहर में देशभर में बने हुए थे उस तरह के हालात फिर न बने, इसके लिए केन्द्र सरकार पूरी कोशिश में ज़रूर है लेकिन ज़मीनी हालात में बहुत ज़्यादा सुधार नहीं हुआ है।
मसलन दूसरी लहर में ऑक्सीज़न की किल्लत से हज़ारों की तादाद में मरीज़ों की मौत हो गई। इसको लेकर केन्द्र सरकार ने देशभर के अलग-अलग राज्यों के अस्पतालों में ऑक्सीज़ प्लांट लगाने को मंज़ूरी दी थी। अब ख़ुद स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बारे में जानकारी दी है कि आवंटित किए गए 1222 ऑक्सीज़ प्लांट में 245 ही लगाए जा सके हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के राज्य मंत्री भारती प्रवीन पवार ने लोकसभा में बताया है कि 1222 पीएसए या प्रेशर स्विंग एड्ज़ोप्शन ऑक्सीन जेनरेशन प्लांट लगाने को मंज़ूरी दी गई थी जिनमें पहले चरण में 162 प्लांट लगाए जाने थे। पहले चरण के दौरान आवंटित इस 162 ऑक्सीज़न जेनरेशन प्लांट में छह प्लांट डीआरडीओ को रि-अलोकेट किया गया है। इनके अलावा बाकि 156 प्लांट में 153 वर्किंग में है। ये सभी ऑक्सीज़न प्लांट 1771.76 मेट्रिक टन क्षमता के लगाए जाने थे। उधर अलग-अलग केन्द्रीय मंत्रालयों ने भी 351 ऑक्सीज़न प्लांट लगाने को मंज़ूरी दी थी जिसपर काम शुरु नहीं हो सका है। एक्सपर्ट की मानें तो कोरोना की तीसरी लहर इसी महीने दस्तक दे सकती है। एक्सपर्ट ने चेताया है कि तीसरी लहर में हर रोज़ एक लाख मरीज़ सामने आ सकते हैं। हालांकि तीसरी लहर को लेकर अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह कितना विनाशकारी हो सकता है। अगर वैक्सीनेशन के हालात की बात करें तो देश में अबतक 48.93 करोड़ वैक्सीन के डोज़ लगाए गए हैं। आवर वर्ल्ड इन डेटा वेबसाइट के मुताबिक़ देश की अबतक 27.62 फीसदी आबादी को या तो एक डोज़ या दोनों डोज़ लगाए जा चुके हैं। इनमें 7.8 फीसदी आबादी पूरी तरह से वैक्सीनेटेड है जबकि 20 फीसदी आबादी को फिलहाल एक डोज़ लगाया गया है। आईसीएमआर के मुताबिक़ भारत में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए 30 फीसदी आबादी को वैक्सीनेट करने ज़रूरी है। स्वास्थ्य मंत्रालय को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में इस टारगेट को भारत पूरा कर लेगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के राज्य मंत्री भारती प्रवीन पवार ने लोकसभा में बताया है कि 1222 पीएसए या प्रेशर स्विंग एड्ज़ोप्शन ऑक्सीन जेनरेशन प्लांट लगाने को मंज़ूरी दी गई थी जिनमें पहले चरण में 162 प्लांट लगाए जाने थे। पहले चरण के दौरान आवंटित इस 162 ऑक्सीज़न जेनरेशन प्लांट में छह प्लांट डीआरडीओ को रि-अलोकेट किया गया है। इनके अलावा बाकि 156 प्लांट में 153 वर्किंग में है। ये सभी ऑक्सीज़न प्लांट 1771.76 मेट्रिक टन क्षमता के लगाए जाने थे। उधर अलग-अलग केन्द्रीय मंत्रालयों ने भी 351 ऑक्सीज़न प्लांट लगाने को मंज़ूरी दी थी जिसपर काम शुरु नहीं हो सका है। एक्सपर्ट की मानें तो कोरोना की तीसरी लहर इसी महीने दस्तक दे सकती है। एक्सपर्ट ने चेताया है कि तीसरी लहर में हर रोज़ एक लाख मरीज़ सामने आ सकते हैं। हालांकि तीसरी लहर को लेकर अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह कितना विनाशकारी हो सकता है। अगर वैक्सीनेशन के हालात की बात करें तो देश में अबतक 48.93 करोड़ वैक्सीन के डोज़ लगाए गए हैं। आवर वर्ल्ड इन डेटा वेबसाइट के मुताबिक़ देश की अबतक 27.62 फीसदी आबादी को या तो एक डोज़ या दोनों डोज़ लगाए जा चुके हैं। इनमें 7.8 फीसदी आबादी पूरी तरह से वैक्सीनेटेड है जबकि 20 फीसदी आबादी को फिलहाल एक डोज़ लगाया गया है। आईसीएमआर के मुताबिक़ भारत में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए 30 फीसदी आबादी को वैक्सीनेट करने ज़रूरी है। स्वास्थ्य मंत्रालय को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में इस टारगेट को भारत पूरा कर लेगा।
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