'ट्रैक्टर की बिक्री में बढ़त एक साज़िश', गणतंत्र दिवस हिंसा पर दिल्ली पुलिस की चार्जशीट

दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस हिंसा मामले में अपनी चार्जशीट में, नवंबर 2020 और जनवरी 2021 के बीच पंजाब और हरियाणा में ट्रैक्टरों की बिक्री में “बढ़ोत्तरी” को एक सुनियोजित साज़िश बताया है। चार्जशीट में कहा गया है कि, "एक सुनियोजित साज़िश- एकमात्र उद्देश्य के साथ आंदोलन और विरोध में ट्रैक्टरों को दिल्ली ले जाने के लिए इसकी बिक्री काफी हद तक बढ़ी है।’
चार्जशीट के मुताबिक पंजाब में इन तीन महीनों में ट्रैक्टरों की बिक्री में सबसे ज़्यादा बढ़ोतरी हुई है। दिसंबर में ट्रैक्टर की बिक्री 94.3 फीसदी बढ़ी है और इस दौरान 1,535 ट्रैक्टर बेचे गए। जबकि पिछले साल इस अवधि में 790 ट्रैक्टर बेचे गए थे।
इसी तरह, जनवरी 2021 में ट्रैक्टर की बिक्री में 85.13 फीसदी की बढ़ोत्तरी देखी गई और इस दौरान जनवरी 2020 में 1,534 की तुलना में 2,840 ट्रैक्टरों की बिक्री हुई। नवंबर 2020 में 43.53 फीसदी की बढ़ोत्तरी के साथ 1909 ट्रैक्टर की बिक्री हुई। जबकि 2019 में समान अवधि में 1,330 ट्रैक्टर बेचे गए थे। इनके अलावा हरियाणा में नवंबर 2019 में 2,408 की तुलना में नवंबर 2020 में 31.8 फीसदी बढ़ोत्तरी के साथ 3,174 ट्रैक्टर की बिक्री हुई। इसी तरह दिसंबर 2019 में 1,538 की तुलना में दिसंबर 2020 में 2,312 ट्रैक्टरों की बिक्री हुई और जनवरी 2020 में 2,635 की तुलना में जनवरी 2021 में 3,900 ट्रैक्टर बेचे गए। एक अंग्रेज़ी दैनिक के मुताबिक़ चार्जशीट में कहा गया है कि किसान नेताओं के कई वीडियो क्लिप हैं जो अपने समर्थकों को "अपने ट्रैक्टरों को संशोधित करने और भारी धातु लगाने के लिए उक़साते देखे गए हैं ताकि बैरिकेड्स को तोड़ा जा सके। जहां तक बिक्री की बात है तो देशभर में जनवरी 2021 के दौरान ट्रैक्टर की बिक्री में 48 फीसदी की बढ़ोत्तरी देखी गई थी। इस दौरान देशभर में 87,579 यूनिट ट्रैक्टर की बिक्री हुई। जबकि जनवरी 2020 के दौरान 59,367 यूनिट ट्रैक्टर बेचे गए थे। महीने-दर-महीने पर जनवरी 2021 में दो महीने की गिरावट के बाद यह बढ़ोत्तरी देखी गई थी। रबी के रकबे में विस्तार, जलाशयों के उच्च स्तर और किसानों की हाथ में तरलता की वजह से यह बढ़ोत्तरी हुई थी। कोरोना वायरस महामारी में सभी सेग्मेंट की मांग में गिरावट देखी गई लेकिन सुधार के मामले में ट्रैक्टर सेग्मेंट ही एकमात्र रहा था जिसकी मांग बढ़ी थी।
इसी तरह, जनवरी 2021 में ट्रैक्टर की बिक्री में 85.13 फीसदी की बढ़ोत्तरी देखी गई और इस दौरान जनवरी 2020 में 1,534 की तुलना में 2,840 ट्रैक्टरों की बिक्री हुई। नवंबर 2020 में 43.53 फीसदी की बढ़ोत्तरी के साथ 1909 ट्रैक्टर की बिक्री हुई। जबकि 2019 में समान अवधि में 1,330 ट्रैक्टर बेचे गए थे। इनके अलावा हरियाणा में नवंबर 2019 में 2,408 की तुलना में नवंबर 2020 में 31.8 फीसदी बढ़ोत्तरी के साथ 3,174 ट्रैक्टर की बिक्री हुई। इसी तरह दिसंबर 2019 में 1,538 की तुलना में दिसंबर 2020 में 2,312 ट्रैक्टरों की बिक्री हुई और जनवरी 2020 में 2,635 की तुलना में जनवरी 2021 में 3,900 ट्रैक्टर बेचे गए। एक अंग्रेज़ी दैनिक के मुताबिक़ चार्जशीट में कहा गया है कि किसान नेताओं के कई वीडियो क्लिप हैं जो अपने समर्थकों को "अपने ट्रैक्टरों को संशोधित करने और भारी धातु लगाने के लिए उक़साते देखे गए हैं ताकि बैरिकेड्स को तोड़ा जा सके। जहां तक बिक्री की बात है तो देशभर में जनवरी 2021 के दौरान ट्रैक्टर की बिक्री में 48 फीसदी की बढ़ोत्तरी देखी गई थी। इस दौरान देशभर में 87,579 यूनिट ट्रैक्टर की बिक्री हुई। जबकि जनवरी 2020 के दौरान 59,367 यूनिट ट्रैक्टर बेचे गए थे। महीने-दर-महीने पर जनवरी 2021 में दो महीने की गिरावट के बाद यह बढ़ोत्तरी देखी गई थी। रबी के रकबे में विस्तार, जलाशयों के उच्च स्तर और किसानों की हाथ में तरलता की वजह से यह बढ़ोत्तरी हुई थी। कोरोना वायरस महामारी में सभी सेग्मेंट की मांग में गिरावट देखी गई लेकिन सुधार के मामले में ट्रैक्टर सेग्मेंट ही एकमात्र रहा था जिसकी मांग बढ़ी थी।
ताज़ा वीडियो