पेगाससः CBI के पूर्व डायरेक्टर आलोक वर्मा का नाम भी सूची में, राहुल ने कहा-‘राजद्रोह’

इजरायली स्पाईवेयर पेगासस से कथित जासूसी के मामले में विपक्ष केंद्र सरकार पर हावी नज़र आ रहा है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और नेता राहुल गांधी ने यहां तक कि इस फोन टैपिंग की घटना को राजद्रोह ठहराया है और गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने साथ मेंब ये भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी जासूसी मामले में भूमिका की उच्चतम न्यायालय की देखरेख में जांच होनी चाहिए।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि सरकार ने पेगासस का इस्तेमाल राजनीतिक हथियार के तौर पर किया है। उन्होंने कहा कि उनका फोन भी टैप हुआ है। कांग्रेस नेता ने कहा कि पेगासस कौन खरीद सकता है और इसे रख सकता है, कौन इसका इस्तेामाल कर सकता है। ये भी सरकार को स्पष्ट करना चाहिए। उधर एनएसओ के बनाए पेगासस के कथित टार्गेट फोन नंबरों की सूची मे अब और कई नामी गिरामी लोगों के नाम भी जुड़ गए हैं। इसमें दो बड़े लोग अरबपति व्यापारी अनिल अंबानी और पूर्व सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा हैं।
पेगासस से जासूसी का शिकार होने वालों में अनिल अंबानी और उनके नजदीकी लोग भी थे। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक अनिल अंबानी, उनके एक वरिष्ठ अधिकारी टोनी जेसुदास और फ्रांसीसी कंपनी दसॉ के भारतीय प्रतिनिधि वेंकट राव पोसीना जबकि द वायर की रिपोर्ट के मुताबिक विमान बनाने वाली कंपनी साब इंडिया और बोइंग इंडिया के प्रमुख इंदरजीत और प्रत्यूष कुमार के मोबाइल नंबर भी एनएसओ के लीक डेटाबेस में पाए गए हैं।
ये नंबर स्पाईवेयर के 2018-2019 में अलग-अलग अवधि में लीक डेटाबेस में शामिल हैं। इसके अलावा फ्रांसीसी कंपनी एनर्जी ईडीएफ प्रमुख हरनजीत नेगी का फोन नंबर भी लीक आंकड़े में शामिल है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बात की पुष्टि नहीं की जा सकती कि मौजूदा समय में अनिल अंबानी इस नंबर को यूज कर रहे हैं या नहीं।
बता दें कि इससे पहले आई रिपोर्ट में कई पत्रकारों, जजों, समेत कांग्रेस नेता राहुल गांधी, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर समेत भाजपा के मंत्रियों अश्विनी वैष्णव और प्रह्लाद सिंह पटेल, पूर्व निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा के नंबर पेगासस के संभावित टार्गेट की सूची में होने का दावा किया गया था।
बता दें कि पिछले रविवार को एक अंतराष्ट्रीय मीडिया समूह ने दावा किया था कि सिर्फ सरकारी एजेंसियों को ही बेचे जाने वाले इजरायली स्पाईवेयर पेगासस से दो केंद्रिय मंत्रियों, 40 से अधिक पत्रकारों और विपक्ष के तीन नेताओं, एक न्यायधीश समेत करीब 300 कारोबारी और कार्यकर्तोओं के फोन नंबर हो सकता है कि हैक किए गए हों।
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