पिछले पांच महीने में 2,0000,000 से ज़्यादा नौकरियां गईं: CMIE

कोरोना महामारी को रोकने के लिए देश में लगे लॉकडाउन ने अर्थव्यवस्था को निचोड़ कर रख दिया है। उद्योग-धंधे बंद और लोग बेरोजगारी का शिकार हो रहे हैं। सीएमआईई या सेंट्रल फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी के ताज़ा आंकड़े बताते हैं कि देश में पिछले पांच महीने की अवधि में दो करोड़ से ज़्यादा नौकरीपेशा लोग बेरोजगार हो गए।
आंकड़ों के मुताबिक जुलाई महीने में करीब 50 लाख लोगों की नौकरी चली गई। वहीं अगस्त महीने में 30.3 लाख नौकरीपेशा लोग बेरोजगार हो गए। वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान कुल रोजगार में नौकरीपेशा लोगों का हिस्सा जहां 8.6 करोड़ था वो गिरकर अब 6.5 करोड़ पर आ गया है।
बता दें, देश में कुल रोजगार में नौकरीपेशा लोगों की हिस्सेदारी 21-22 फीसदी तक है। इनमें वो भी शामिल हैं जो खेतिहर मज़दूर हैं और वेतन पर काम करते हैं। ध्यान रहे, देश में कुल रोजगार का दो तिहाई हिस्सा दिहाड़ी मज़दूरों और किसानों का है। इनके अलावा वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान कुल रोजगार में नौकरीपेशा लोगों का हिस्सा 21.2 फीसदी था, 2017-18 में 21.6 फीसदी और 2018-19 में यह आंकड़ा 21.9 फीसदी पहुंच गया। लेकिन 2019-20 में देश की अर्थव्यवस्था में 4 फीसदी की बढ़ोत्तरी के बावजूद बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हुए और यह आंकड़ा गिरकर 21.3 फीसदी पर आ गया।
बता दें, देश में कुल रोजगार में नौकरीपेशा लोगों की हिस्सेदारी 21-22 फीसदी तक है। इनमें वो भी शामिल हैं जो खेतिहर मज़दूर हैं और वेतन पर काम करते हैं। ध्यान रहे, देश में कुल रोजगार का दो तिहाई हिस्सा दिहाड़ी मज़दूरों और किसानों का है। इनके अलावा वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान कुल रोजगार में नौकरीपेशा लोगों का हिस्सा 21.2 फीसदी था, 2017-18 में 21.6 फीसदी और 2018-19 में यह आंकड़ा 21.9 फीसदी पहुंच गया। लेकिन 2019-20 में देश की अर्थव्यवस्था में 4 फीसदी की बढ़ोत्तरी के बावजूद बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हुए और यह आंकड़ा गिरकर 21.3 फीसदी पर आ गया।
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