मुंबई: कोरोना से ठीक हुए पांच मरीज़ों की धारावी में मौत से सनसनी

कोरोनावायरस के संक्रमण ने चिकित्सा विज्ञान की दुनिया में ख़ासी उथल पुथल मचा रखी है. अब मुंबई के सबसे बड़े स्लम धारावी में 5 ऐसे लोगों की मौत हो गई जो कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद ठीक हो गए थे. मुंबई महानगर पालिका को इसका पता उस वक़्त चला जब उसके अफ़सर ठीक हुए मरीज़ों को रूटीन कॉल कर रहे थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दो मरीज़ों ने घरवालों को डेथ सर्टिफिकेट भी दे दिया गया है. इस संक्रमण की वजह से धारावी में अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि संक्रमित मरीज़ों की संख्या 808 पहुंच गई है.
अफसर ये पता लगाने में जुट गए हैं कि इन पांच मृत लोगों के अंतिम संस्कार में कोरोना के प्रोटोकॉल का ध्यान रखा गया था या नहीं. फिलहाल मुंबई महानगर पालिका ने इन 5 मरीज़ों के संपर्क में आने वाले सभी लोगों को क्वारंटाइन में जाने के लिए कहा है.
कोरोना को क़ाबू करने वाले देश साउथ कोरिया में भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं जहां 51 ठीक होने के बाद दोबारा कोरोना पॉज़िटिव हो गए थे. तब द कोरिया सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने बताया था कि कोरोना के 51 मरीज़ दाएगू और नार्थ ग्येओंगसांग प्रोविंस के रहने वाले थे, उन्हें कोरोना संक्रमण से रिकवर होने के बाद छुट्टी दे गयी थी लेकिन अब वे दोबारा संक्रमित हो गए हैं. वीडियो देखिए इस सेंटर के डायरेक्टर जनरल जेओंग यूं-क्योंग ने कहा था कि इन लोगों का दोबारा कोरोना पॉजिटिव पाए जाने का संभावित कारण इस वायरस का दोबारा एक्टिव हो जाना है. तब डॉक्टरों ने यह भी कहा था कि इसकी कम संभावना है कि ये लोग दोबारा संक्रमित हुए होंगे क्योंकि डिस्चार्ज होने और दोबारा टेस्ट होने के बीच में समय का गैप नहीं है. ज़ाहिर है कि भारत में इस चौंकाने वाले मामले को कोरोनावायरस से जुड़ी जानकारियां जुटाने के लिए और शोध की ज़रूरत है वरना देश में इसका प्रकोप लंबे वक्त तक बना रह सकता है.
कोरोना को क़ाबू करने वाले देश साउथ कोरिया में भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं जहां 51 ठीक होने के बाद दोबारा कोरोना पॉज़िटिव हो गए थे. तब द कोरिया सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने बताया था कि कोरोना के 51 मरीज़ दाएगू और नार्थ ग्येओंगसांग प्रोविंस के रहने वाले थे, उन्हें कोरोना संक्रमण से रिकवर होने के बाद छुट्टी दे गयी थी लेकिन अब वे दोबारा संक्रमित हो गए हैं. वीडियो देखिए इस सेंटर के डायरेक्टर जनरल जेओंग यूं-क्योंग ने कहा था कि इन लोगों का दोबारा कोरोना पॉजिटिव पाए जाने का संभावित कारण इस वायरस का दोबारा एक्टिव हो जाना है. तब डॉक्टरों ने यह भी कहा था कि इसकी कम संभावना है कि ये लोग दोबारा संक्रमित हुए होंगे क्योंकि डिस्चार्ज होने और दोबारा टेस्ट होने के बीच में समय का गैप नहीं है. ज़ाहिर है कि भारत में इस चौंकाने वाले मामले को कोरोनावायरस से जुड़ी जानकारियां जुटाने के लिए और शोध की ज़रूरत है वरना देश में इसका प्रकोप लंबे वक्त तक बना रह सकता है.
ताज़ा वीडियो