खट्टर ने दी अमरिंदर सिंह को नसीहत, लेकिन हरियाणा में कोरोना के आँकड़ों से हुई फ़ज़ीहत

हरियाणा और पंजाब के किसान कृषि क़ानून के ख़िलाफ सड़क पर हैं और राजधानी दिल्ली की तरफ मार्च कर रहे है। हरियाणा के किसानों को दिल्ली की सीमाओं पर रोका जा रहा है तो पंजाब के किसानों को हरियाणा में एंट्री नहीं दी जा रही है। इसे लेकर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों में ट्विटर पर ठन गई है।
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने अपने ट्वीट में कहा, 'आपके झूठ, धोखे और कुप्रचार का समय ख़त्म हो गया है - लोगों ने आपका असली चेहरा देख लिया है। कृपया कोरोना महामारी के दौरान लोगों के जीवन को ख़तरे में डालना बंद करें। मैं आपसे लोगों के जीवन के साथ नहीं खेलने का आग्रह करता हूँ - कम से कम महामारी के समय सस्ती राजनीति से बचें।'
कुल मिलाकर सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कैप्टन को कोरोना की समस्या से लड़ने की सलाह दी। लेकिन इसमें एक पेच है। दरअसल, महामारी की मार पंजाब के मुक़ाबले हरियाणा पर ज़्यादा पड़ी है। कोविड ट्रैकिंग वेबसाइट ‘कोविड19 इंडिया’ के मुताबिक़ हरियाणा में कोरोना संक्रमण के मामले 224,489 है जबकि पंजाब में 148,435 मामले हैं। इतना है नहीं, हरियाणा के मुक़ाबले पंजाब का रिकवरी रेट भी ज़्यादा है। पंजाब में संक्रमण का रिकवरी दर 92 फीसदी है जबकि हरियाणा का 89 फीसदी। ट्रैकिंग वेबसाइट के मुताबिक़ हरियाणा में एक्टिव मरीज़ों की संख्या 20,948 है जबकि पंजाब में 7,129 है। यानि इन सब पैमानों पर पंजाब हरियाणा से कोरोना के मामले में बेहतर स्तिथि में है। हालांकि, अगर दोनों राज्यों में हुई मौतों के आंकड़ों की तुलना करे तो पंजाब में ज़्यादा मौतें हो रही है। जहां पंजाब में अब तक संक्रमण की वजह से 4,684 मरीज़ों की मौत हुई है वहीं हरियाणा में 2,291 मरीज़ों की मौत हुई है। हरियाणा में अबतक 32,69,677 लोगों की कोरोना टेस्टिंग हुई है जबकि पंजाब में 30,75,865 टेस्ट किए गए हैं।
कुल मिलाकर सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कैप्टन को कोरोना की समस्या से लड़ने की सलाह दी। लेकिन इसमें एक पेच है। दरअसल, महामारी की मार पंजाब के मुक़ाबले हरियाणा पर ज़्यादा पड़ी है। कोविड ट्रैकिंग वेबसाइट ‘कोविड19 इंडिया’ के मुताबिक़ हरियाणा में कोरोना संक्रमण के मामले 224,489 है जबकि पंजाब में 148,435 मामले हैं। इतना है नहीं, हरियाणा के मुक़ाबले पंजाब का रिकवरी रेट भी ज़्यादा है। पंजाब में संक्रमण का रिकवरी दर 92 फीसदी है जबकि हरियाणा का 89 फीसदी। ट्रैकिंग वेबसाइट के मुताबिक़ हरियाणा में एक्टिव मरीज़ों की संख्या 20,948 है जबकि पंजाब में 7,129 है। यानि इन सब पैमानों पर पंजाब हरियाणा से कोरोना के मामले में बेहतर स्तिथि में है। हालांकि, अगर दोनों राज्यों में हुई मौतों के आंकड़ों की तुलना करे तो पंजाब में ज़्यादा मौतें हो रही है। जहां पंजाब में अब तक संक्रमण की वजह से 4,684 मरीज़ों की मौत हुई है वहीं हरियाणा में 2,291 मरीज़ों की मौत हुई है। हरियाणा में अबतक 32,69,677 लोगों की कोरोना टेस्टिंग हुई है जबकि पंजाब में 30,75,865 टेस्ट किए गए हैं।
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