कुशेश्वरस्थान उपचुनाव: 2500 लीटर शराब ज़ब्त; नहीं रुक रही घर-घर शराब की बिक्री !
पिछले महीने ही बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने शराब बंदी के नियमों में बदलाव किए थे...

बिहार के कुशेश्वरस्थान विधानसभा में उपचुनाव से पहले राज्य में "पूर्ण शराबबंदी" के बावजूद भारी मात्रा में शराब की ज़ब्ती हुई है। दरभंगा के ज़िला अधिकारी त्थ्यागराजन एसएम ने एक प्रेस रिलीज में बताया है कि क्षेत्रभर में अलग-अलग छापेमारी में करीब 2450 लीटर शराब ज़ब्त की गई है।
दरभंगा के ज़िला अधिकारी के प्रेस रिलीज के मुताबिक़ अधिकारियों की एक टीम ने 177.84 लीटर शराब ज़ब्त किया, अधिकारियों की एक दूसरी टीम ने 1346.14 लीटर और एक अन्य टीम ने 919.35 लीटर शराब ज़ब्त किए।
राज्य में शराब बंदी के बावजूद कुल 2443 लीटर शराब का मिलना नीतीश सरकार के कथित सुशासन के दावों पर सवालिया निशान लगाता है। पिछले महीने ही बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने शराब बंदी के नियमों में बदलाव किए थे। इसके साथ नियमों को और भी कठोर किया गया था। बिहार में अप्रैल 2016 में शराबबंदी कानून लागू किया गया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में पूर्ण शराबबंदी करने का फैसला लिया था। हालांकि आए दिन शराब की ज़ब्ती इस बात की तस्दीक है कि नीतीश सरकार ज़मीनी स्तर पर शराब पर पाबंदी लगाने में नाकाम है। हाल के विधानसभा चुनाव में भी बड़ी मात्रा में शराब की ज़ब्ती देखी गई। चुनाव के दौरान किशनगंज पुलिस ने दस हज़ार लीटर शराब ज़ब्त किए थे। इनके अलावा अलग मौकों पर बड़ी मात्रा में शराब की ज़ब्ती होती रही है और इसकी कीमतें करोड़ों में होती है। चुनाव के दौरान नीतीश सरकार पर आरोप लगे कि सरकार घर-घर शराब बिक्री पर लगाम लगाने में फेल है। इतना ही नहीं करीबी सूत्र बताते हैं बिहार की सीमा में शराब से लदे बड़े कंटेनरों का मिलना आम बात है। सूत्र यह भी बताते हैं कि दरभंगा ज़िले में ही शराब की बिक्री करने वाले लोग गांव-गांव और घर-घर शराब का व्यापार कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ बिहार सरकार ने मद्य निषेध और उत्पाद नियमावली में संशोधन किया। मद्य निषेध से जुड़े कई नियमों को स्पष्ट कर दिया गया है। पहले नियम था कि जिस भी घर से शराब मिलता था पूरे घर को सील कर दिया जाता था। अब नए नियम के मुताबिक किसी परिसर में शराब का निर्माण, भंडारण, बोतल बिक्री या आयात-निर्यात किया जाता है तो वैसे में पूरे परिसर को सील किए जाने का प्रावधान किया गया है। नियम के मुताबिक़ जहां शराब बरामद किया गया वो आवासीय परिसर है तो सिर्फ उस हिस्से को सील किया जाएगा, जहां से शराब मिले हैं। मतलब पूरे घर को सील नहीं किया जाएगा। शराबबंदी क़ानून के तहत पहली बार पकड़े जाने पर ज़मानत देने के लिए धारा 436 के प्रावधान प्रभावी होंगे। दरअसल चुनाव को ध्यान में रखते हुए दरभंगा पुलिस एक्टिव है और छापेमारी और कार्रवाई कर रही है। Darbhanga DM Thiyagrajan SM ने बताया कि, कार्रवाई के दौरान अलग-अलग मौकों पर नगद भी ज़ब्त किए गए हैं। अधिकारियों की एक टीम ने 91 हजार 950 रूपये और एक ने एक लाख 26 हज़ार रूपये ज़ब्त किए हैं। कुशेश्वरस्थान विधानसभा उपचुनाव बिहार के कुशेश्वरस्थान में उपचुनाव के तीन दिन पहले प्रचार पर रोक लगा दी गई है। इस बारे में दरभंगा ज़िले के ज़िला अधिकारी Thiyagrajan SM (Darbhanga DM Thiyagrajan SM) ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी गई है और विधानसभा क्षेत्र में 30 अक्टूबर को मतदान होंगे कुशेश्वरस्थान विधानसभा क्षेत्र में 30 अक्टूबर, शनिवार सुबह 7 बजे से शाम 4 बज तक वोटिंग होगी। इसके बाद वोटों की गिनती 2 नवंबर, मंगलवार को सुबह 8 बजे से महिला ओद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, रामनगर में होगी और शाम तक नतीज़े आएंगे। बिहार के कुशेश्वरस्थान विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 254,999 है। इनमें 1,34,072 पुरूष मतदाता और 1,20,926 महिला मतदाता हैं।
राज्य में शराब बंदी के बावजूद कुल 2443 लीटर शराब का मिलना नीतीश सरकार के कथित सुशासन के दावों पर सवालिया निशान लगाता है। पिछले महीने ही बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने शराब बंदी के नियमों में बदलाव किए थे। इसके साथ नियमों को और भी कठोर किया गया था। बिहार में अप्रैल 2016 में शराबबंदी कानून लागू किया गया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में पूर्ण शराबबंदी करने का फैसला लिया था। हालांकि आए दिन शराब की ज़ब्ती इस बात की तस्दीक है कि नीतीश सरकार ज़मीनी स्तर पर शराब पर पाबंदी लगाने में नाकाम है। हाल के विधानसभा चुनाव में भी बड़ी मात्रा में शराब की ज़ब्ती देखी गई। चुनाव के दौरान किशनगंज पुलिस ने दस हज़ार लीटर शराब ज़ब्त किए थे। इनके अलावा अलग मौकों पर बड़ी मात्रा में शराब की ज़ब्ती होती रही है और इसकी कीमतें करोड़ों में होती है। चुनाव के दौरान नीतीश सरकार पर आरोप लगे कि सरकार घर-घर शराब बिक्री पर लगाम लगाने में फेल है। इतना ही नहीं करीबी सूत्र बताते हैं बिहार की सीमा में शराब से लदे बड़े कंटेनरों का मिलना आम बात है। सूत्र यह भी बताते हैं कि दरभंगा ज़िले में ही शराब की बिक्री करने वाले लोग गांव-गांव और घर-घर शराब का व्यापार कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ बिहार सरकार ने मद्य निषेध और उत्पाद नियमावली में संशोधन किया। मद्य निषेध से जुड़े कई नियमों को स्पष्ट कर दिया गया है। पहले नियम था कि जिस भी घर से शराब मिलता था पूरे घर को सील कर दिया जाता था। अब नए नियम के मुताबिक किसी परिसर में शराब का निर्माण, भंडारण, बोतल बिक्री या आयात-निर्यात किया जाता है तो वैसे में पूरे परिसर को सील किए जाने का प्रावधान किया गया है। नियम के मुताबिक़ जहां शराब बरामद किया गया वो आवासीय परिसर है तो सिर्फ उस हिस्से को सील किया जाएगा, जहां से शराब मिले हैं। मतलब पूरे घर को सील नहीं किया जाएगा। शराबबंदी क़ानून के तहत पहली बार पकड़े जाने पर ज़मानत देने के लिए धारा 436 के प्रावधान प्रभावी होंगे। दरअसल चुनाव को ध्यान में रखते हुए दरभंगा पुलिस एक्टिव है और छापेमारी और कार्रवाई कर रही है। Darbhanga DM Thiyagrajan SM ने बताया कि, कार्रवाई के दौरान अलग-अलग मौकों पर नगद भी ज़ब्त किए गए हैं। अधिकारियों की एक टीम ने 91 हजार 950 रूपये और एक ने एक लाख 26 हज़ार रूपये ज़ब्त किए हैं। कुशेश्वरस्थान विधानसभा उपचुनाव बिहार के कुशेश्वरस्थान में उपचुनाव के तीन दिन पहले प्रचार पर रोक लगा दी गई है। इस बारे में दरभंगा ज़िले के ज़िला अधिकारी Thiyagrajan SM (Darbhanga DM Thiyagrajan SM) ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी गई है और विधानसभा क्षेत्र में 30 अक्टूबर को मतदान होंगे कुशेश्वरस्थान विधानसभा क्षेत्र में 30 अक्टूबर, शनिवार सुबह 7 बजे से शाम 4 बज तक वोटिंग होगी। इसके बाद वोटों की गिनती 2 नवंबर, मंगलवार को सुबह 8 बजे से महिला ओद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, रामनगर में होगी और शाम तक नतीज़े आएंगे। बिहार के कुशेश्वरस्थान विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 254,999 है। इनमें 1,34,072 पुरूष मतदाता और 1,20,926 महिला मतदाता हैं।
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