कमज़ोर हुआ भारत का लोकतंत्र, 'डेमोक्रेसी इंडेक्स' में दो अंक फ़िसला

by Siddharth Chaturvedi 2 years ago Views 6105

भारत को 2014 में 7.92 नंबर मिले थे, जो उसे अभी तक मिले सबसे ज़्यादा नंबर हैं।

India's democracy weakened, two points slipped in
विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का ख़िताब रखने वाले भारत की डेमोक्रेसी इंडेक्स में रैंकिंग लगातार गिरती जा रही है। भारत ‘2020 लोकतंत्र सूचकांक’ यानी डेमोक्रेसी इंडेक्स की वैश्विक रैंकिंग में दो स्थान फिसलकर 53वें स्थान पर आ गया है। हाँलाकि भारत अपने पड़ोसी देशों की तुलना में बेहतर स्थिति में है।

'द इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट’ (ईआईयू) ने कहा कि सत्ताधारियों के ‘लोकतांत्रिक मूल्यों से पीछे हटने’ और नागरिकों की स्वतंत्रता पर ‘कार्रवाई’ के कारण देश 2019 की तुलना में 2020 में दो स्थान फिसल गया है। भारत 2019 के लोकतंत्र सूचकांक में 51वें स्थान पर रहा था।


भारत को 2019 में 6.9 नंबर मिले थे, जो घटकर अब 6.61 नंबर रह गये हैं। यह इंडेक्स विश्व के 167 देशों में लोकतंत्र की मौजूदा स्थिति की झलक दिखाता है। ईआईयू ने कहा है कि मौजूदा शासन में ‘लोकतांत्रिक मूल्यों से पीछे हटने के परिणामस्वरूप, भारत को 6.61 नंबर मिले और उसकी वैश्विक रैंकिंग (2014 में) 27वें से गिरकर 53वीं हो गई है। भारत को 2014 में 7.92 नंबर मिले थे, जो उसे अभी तक मिले सबसे ज़्यादा नंबर हैं।’

‘डेमोक्रेसी इन सिकनेस एंड इन हेल्थ’ शीर्षक वाले ईआईयू के ताज़ा डेमोक्रेसी इंडेक्स में नॉर्वे को शीर्ष स्थान मिला है। इस सूची में आइसलैंड, स्वीडन, न्यूजीलैंड और कनाडा शीर्ष पांच देशों में शामिल हैं।

डेमोक्रेसी इंडेक्स में 167 देशों में से 23 देशों को पूर्ण लोकतंत्र, 52 देशों को त्रुटिपूर्ण लोकतंत्र, 35 देशों को मिश्रित शासन और 57 देशों को सत्तावादी शासन के रूप में वर्गीकृत किया गया है। भारत को अमेरिका, फ्रांस, बेल्जियम और ब्राजील के साथ ‘त्रुटिपूर्ण लोकतंत्र’ के तौर पर वर्गीकृत किया गया है।

ईआईयू की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने ‘‘भारतीय नागरिकता की अवधारणा में धार्मिक तत्व को शामिल किया है और कई आलोचकत इसे भारत के धर्मनिरपेक्ष आधार को कमजोर करने वाले कदम के तौर पर देखते हैं।’’ रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने के तरीके के कारण 2020 में नागरिक अधिकारों का और दमन हुआ।’’

भारत के पड़ोसियों में से श्रीलंका 68वें, बांग्लादेश 76वें, भूटान 84वें और पाकिस्तान 105वें स्थान पर रहा। श्रीलंका को भी त्रुटिपूर्ण लोकतंत्र की श्रेणी में रखा गया है, जबकि बांग्लादेश, भूटान और पाकिस्तान ‘मिश्रित शासन’ के वर्ग में है। अफगानिस्तान 139वें स्थान पर है और उसे ‘सत्तावादी शासन’ के तौर पर वर्गीकृत किया गया है।

ईआईयू ने एक बयान में कहा कि एशिया और ऑस्ट्रेलिया क्षेत्र के देश न्यूजीलैंड का चौथा स्थान बरकरार है, लेकिन इस क्षेत्र का देश उत्तर कोरिया अंतिम 167वें स्थान पर है। जापान, दक्षिण कोरिया और ताइवान 2019 की तुलना में इस सूची में ऊपर आ गये हैं। आस्ट्रेलिया का भी ‘पूर्ण लोकतंत्र’ का दर्जा बरकरार है। ऑस्ट्रेलिया इस इंडेक्स में नौवें स्थान पर है।

एक बार उन देशों पर नज़र डालते हैं जो इस लिस्ट में सबसे ऊपर रहे और सबसे नीचे भी।

डेमोक्रेसी इंडेक्स में सबसे ऊपर रहने वाले देश और उनके अंक इस प्रकार हैं-

और ये हैं वे पाँच देश जो डेमोक्रेसी इंडेक्स में सबसे नीचे हैं-

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