‘ट्रायल टीके की वजह से नहीं हुए हरियाणा के मंत्री अनिल विज कोरोना संक्रमित’

by GoNews Desk 2 years ago Views 1974

भारत बायोटेक के मुताबिक़ वॉलंटियर को दोनों डोज़ दिये जाने के बाद ही वैक्सीन को प्रभावी माना जा सकता है।

'Haryana Minister Anil Vij Corona not infected due
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज कोविड पॉज़िटिव हो गये हैं और वे अंबाला कैंट अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने ट्विटर पर ख़ुद इस बात की जानकारी दी। उन्होंने संपर्क में आाये सभी लोगों से टेस्ट कराने की अपील की है।ख़ास बात ये है कि हाल ही में अनिल विज ने भारत बायोटेक द्वारा बनाई जा रही वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ के ट्रायल में हिस्सा लिया था। ऐसे में इस वैक्सीन को लेकर कई सवाल खड़े होे लगे हैं, लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि उन्हें वैक्सीन की केवल एक डोज़ ली थी।

आईसीएमआर के साथ मिलकर बनायी जा रही इस वैक्सीन के दो चरणों का ट्रायल हो चुका है। तीसरे चरण की शुरुआत के साथ अनिल विज ने बतौर ट्रायल टीका लगवाया था। ट्रायल फेज़ में किसी भी वॉलंटियर को वैक्सीन के दो डोज़ दिए जाते हैं। भारत बायोटेक के मुताबिक़ वॉलंटियर को दोनों डोज़ दिये जाने के बाद ही वैक्सीन को प्रभावी माना जा सकता है। इसकी समय-सीमा 28 दिनों की होती है। दूसरे डोज़ के 14 दिन बाद वैक्सीन के प्रभावी होने या न होने का पता चलता है।


अनिल विज को 15 दिन पहले यानि 20 नवंबर को पहला ट्रायल टीका लगाया गया था। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि वैक्सीन के प्रभावी होने की जानकारी दूसरी डोज़ के बाद ही पता चलती है। क्योंकि यह दो खुराक वाला टीका है। मंत्री अनिल विज ने फिलहाल एक ही खुराक ली है।

फार्मास्युटिकल कंपनी भारत बायोटेक का कहना है कि तीसरा ट्रायल रैंडम होता है और इस दौरान 50 फीसदी वॉलंटियर को टीका लगाया जाता है और 50 फीसदी वॉलंटियर को प्लेसिबो दिया जाता है। वैक्सीन के दो फेज़ का ट्रायल सुरक्षित माना गया है। कंपनी के मुताबिक़ वैक्सीन के पहले और दूसरे फेज़ में करीब 1000 लोगों पर परीक्षण हुआ है जिसमें वैक्सीन को सुरक्षित पाया गया।

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