वित्त राज्य मंत्री ने संसद में माना: विदेशों में कितना काला धन, सरकार को नहीं मालूम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमाम मंचों से विदेशों में काला धन रखने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की बात कर चुके हैं लेकिन अब उनके ही मंत्री ने संसद में माना है कि सरकार के पास विदेशों में जमा काला धन से जुड़ा आंकड़ा नहीं हैं.
वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में माना है कि विदेशों में जमा काला धन के बारे में सरकार के पास आंकड़ा नहीं है. विदेशों में जमा काला धन से जुड़ा सवाल बसपा सांसद दानिश अली ने किया था. उन्होंने सरकार से पूछा था कि वो बताए कि विदेशों में कितने भारतीयों का कितना काला धन छुपा हुआ है.
वित्त राज्य मंत्री यह कुबूलनामा बताता है कि सरकार विदेशों में जमा काला धन को लेकर कुछ ख़ास कार्रवाई नहीं कर सकी है. हालांकि पीएम मोदी बार-बार काला धन रखने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई का ऐलान चुनावी मंचों से करते रहे हैं. 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी लागू करते समय भी उन्होंने कहा था कि इस कार्रवाई से काला धन पर लगाम लगेगी. हालांकि नोटबंदी का उनका फैसला बुरी तरह फेल साबित हुआ और सरकार किसी भी लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकी. हालांकि अनुराग ठाकुर ने यह भी बताया कि सरकार ने काला धन से जुड़े कई मामलों में कार्रवाई की है. इनमें एचएसबीसी मामले में 8465 करोड़ रूपए की अघोषित आय पर कर लगाया है और 1,294 करोड़ रूपए का जुर्माना लगाया है. इसके अलावा पनामा पेपर्स में 1565 करोड़ रूपए और पैराडाइज पेपर लीक मामले में 209 करोड़ रूपए के अघोषित विदेशी निवेश की पहचान की गई है.
वित्त राज्य मंत्री यह कुबूलनामा बताता है कि सरकार विदेशों में जमा काला धन को लेकर कुछ ख़ास कार्रवाई नहीं कर सकी है. हालांकि पीएम मोदी बार-बार काला धन रखने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई का ऐलान चुनावी मंचों से करते रहे हैं. 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी लागू करते समय भी उन्होंने कहा था कि इस कार्रवाई से काला धन पर लगाम लगेगी. हालांकि नोटबंदी का उनका फैसला बुरी तरह फेल साबित हुआ और सरकार किसी भी लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकी. हालांकि अनुराग ठाकुर ने यह भी बताया कि सरकार ने काला धन से जुड़े कई मामलों में कार्रवाई की है. इनमें एचएसबीसी मामले में 8465 करोड़ रूपए की अघोषित आय पर कर लगाया है और 1,294 करोड़ रूपए का जुर्माना लगाया है. इसके अलावा पनामा पेपर्स में 1565 करोड़ रूपए और पैराडाइज पेपर लीक मामले में 209 करोड़ रूपए के अघोषित विदेशी निवेश की पहचान की गई है.
ताज़ा वीडियो