जामिया स्टूडेंट्स के समर्थन में लखनऊ, वाराणसी हैदराबाद में प्रदर्शन, विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति से गुहार लगाई

विवादित नागरिकता कानून के विरोध की तपिश बढ़ती जा रही है. देश के दर्जनों शहरों में जारी विरोध प्रदर्शन और बिगड़ते हालात के मद्देनज़र विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का दरवाज़ा खटखटाया है.
कांग्रेस की अगुवाई में सीपीआई, सीपीआईएम, आरजेडी समेत तमाम विपक्षी दल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाक़ात के दौरान उन्हें जामिया मिल्लिया इस्लामिया में दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के बारे में बताएंगे.
वहीं नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ जामिया में हिंसा भड़कने के बाद देश के अलग-अलग शहरों में भी छात्रों का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है. लखनऊ के नदवा कॉलेज में प्रदर्शन के दौरान छात्रों और पुलिस के बीच झड़प का माहौल बन गया. पुलिस नदवा छात्रों को कैंपस में लौटने की अपील कर रही थी जबकि वे बाहर आकर प्रदर्शन करना चाह रहे थे. इस दौरान पत्थरबाज़ी भी हुई. हालांकि लखनऊ पुलिस ने नदवा कॉलेज के प्रशासन ने बातचीत करके सभी छात्रों को परिसर में लौटने के लिए समझा लिया है. जामिया छात्रों के समर्थन में बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी छात्रों ने भी विरोध प्रदर्शन किया और विवादित नागरिकता क़ानून को वापस लेने की मांग की. बीएचयू छात्रों ने पीएम मोदी के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाज़ी की और कहा कि मौजूदा सरकार में विश्वविद्यालयों में हालात बिगड़ते जा रहे हैं. ठीक इसी तरह के हालात हैदराबाद की मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी में भी देखने को मिला. यहां सैकड़ों छात्रों ने जमा होकर जामिया स्टूडेंट्स पर दिल्ली पुलिस की बर्बर कार्रवाई का विरोध किया और केंद्र सरकार ने मांग की कि वो नागरिकता क़ानून को ख़त्म करे. उत्तर प्रदेश में लखनऊ और वाराणसी के अलावा अन्य कई शहरों में भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं जिसके चलते कई ज़िलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. वहीं जामिया मिल्लिया इस्लामिया में छात्र कैंपस को ख़ाली कर रहे हैं लेकिन विरोध की आवाज़ें भी उठ रही हैं. जामिया और उसके आसपास के इलाक़ों में नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन जारी है.
वहीं नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ जामिया में हिंसा भड़कने के बाद देश के अलग-अलग शहरों में भी छात्रों का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है. लखनऊ के नदवा कॉलेज में प्रदर्शन के दौरान छात्रों और पुलिस के बीच झड़प का माहौल बन गया. पुलिस नदवा छात्रों को कैंपस में लौटने की अपील कर रही थी जबकि वे बाहर आकर प्रदर्शन करना चाह रहे थे. इस दौरान पत्थरबाज़ी भी हुई. हालांकि लखनऊ पुलिस ने नदवा कॉलेज के प्रशासन ने बातचीत करके सभी छात्रों को परिसर में लौटने के लिए समझा लिया है. जामिया छात्रों के समर्थन में बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी छात्रों ने भी विरोध प्रदर्शन किया और विवादित नागरिकता क़ानून को वापस लेने की मांग की. बीएचयू छात्रों ने पीएम मोदी के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाज़ी की और कहा कि मौजूदा सरकार में विश्वविद्यालयों में हालात बिगड़ते जा रहे हैं. ठीक इसी तरह के हालात हैदराबाद की मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी में भी देखने को मिला. यहां सैकड़ों छात्रों ने जमा होकर जामिया स्टूडेंट्स पर दिल्ली पुलिस की बर्बर कार्रवाई का विरोध किया और केंद्र सरकार ने मांग की कि वो नागरिकता क़ानून को ख़त्म करे. उत्तर प्रदेश में लखनऊ और वाराणसी के अलावा अन्य कई शहरों में भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं जिसके चलते कई ज़िलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. वहीं जामिया मिल्लिया इस्लामिया में छात्र कैंपस को ख़ाली कर रहे हैं लेकिन विरोध की आवाज़ें भी उठ रही हैं. जामिया और उसके आसपास के इलाक़ों में नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन जारी है.
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