दिल्ली एम्स कोरोना का नया हॉटस्पॉट, अब तक 479 लोग संक्रमित

देश का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल एम्स अब कोरोना के हॉटस्पॉट में तब्दील हो चुका है जहां 479 कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. इनमें डॉक्टर, नर्स, सफाई कर्मचारी और चौकीदार सभी शामिल हैं. कोरोना संक्रमित लोगों में दो फैकल्टी मेंबर, 17 रेज़िडेंट डॉक्टर, 38 नर्स, 74 सिक्योरिटी गार्ड, 74 सहायक, 54 सफाई कर्मचारी, 14 लैब कर्मी और 193 अन्य स्टाफ शामिल हैं. इनके अलावा जेएन पांडे नाम के एक डॉक्टर, एक सफाईकर्मी और एक मेस में कार्यरत कर्मी की कोरोना से मौत भी हो चुकी है.
हालांकि एम्स प्रशासन का दावा है कि अब तक 329 कर्मी कोरोना से ग्रसित हुए हैं और बाकी का आंकड़ा इन्ही कर्मियों के परिवार और नज़दीकी लोगों का है. आशंका है कि इतने बड़े पैमाने पर एम्स में कोरोना पॉजिटिव मामले मिलने के बाद आंकड़ा और ऊपर जाने की उम्मीद है.
एम्स की एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ज्यादार संक्रमित लोग एम्स कैंपस के बाहर रहते हैं. कुछ ऐसे भी लोग थे जो हॉटस्पॉट से काम पर आ रहे थे. इसकी संभावना ज्यादा है कि संक्रमण इन्हीं लोगों से फैला हो. इस बीच एम्स की नर्सें लगातार तीसरे दिन एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया के चेम्बर के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं. प्रदर्शनकारी नर्स अपनी 6 घंटे की शिफ्ट को छोटा करने की मांग कर रही है. उनका कहना है कि लगातार PPE किट पहनने से उन्हें गर्मी, उलटी जैसी दिक्कतें हो रही हैं और उनके काम के घंटे कम करने चाहिए. प्रदर्शनकारी नर्सों ने कहा है कि मांगें नहीं मानी गईं तो वे 15 जून से हड़ताल पर चली जाएंगी.
एम्स की एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ज्यादार संक्रमित लोग एम्स कैंपस के बाहर रहते हैं. कुछ ऐसे भी लोग थे जो हॉटस्पॉट से काम पर आ रहे थे. इसकी संभावना ज्यादा है कि संक्रमण इन्हीं लोगों से फैला हो. इस बीच एम्स की नर्सें लगातार तीसरे दिन एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया के चेम्बर के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं. प्रदर्शनकारी नर्स अपनी 6 घंटे की शिफ्ट को छोटा करने की मांग कर रही है. उनका कहना है कि लगातार PPE किट पहनने से उन्हें गर्मी, उलटी जैसी दिक्कतें हो रही हैं और उनके काम के घंटे कम करने चाहिए. प्रदर्शनकारी नर्सों ने कहा है कि मांगें नहीं मानी गईं तो वे 15 जून से हड़ताल पर चली जाएंगी.
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