कोरोना महामारी कैब पर पड़ी भारी

एक वक़्त था जब लोग ऑटो और बाइक से ज़्यादा टैक्सी को प्राथमिकता देते थे पर कोरोना महामारी ने क़रीब क़रीब सब कुछ बदलकर रख दिया और यह क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं रहा। ताज़े आंकड़े जो तस्वीर बयान करते हैं वो पुराने वक़्त से बिलकुल उलट है क्यूँकि अब लोग टैक्सी के मुक़ाबले ऑटो और बाइक को प्राथमिकता देने लगे हैं।
आंकड़े बताते हैं कि सार्वजनिक वाहन का उपयोग भी पूर्व-कोविड स्तरों की ओर बढ़ रहा है, साथ ही बाइक टैक्सी और ऑटो-रिक्शा जैसे मोड कैब की तुलना में तेज़ी से पटरी पर लौट रहे हैं। जानकारों का मानना है कि ऐसा इस वजह से हो रहा है क्यूँकि लोगों को कोरोना महामारी के संक्रमण से बचने के लिए बंद टैक्सी की तुलना में बाइक टैक्सी और ऑटो-रिक्शा ज़्यादा बेहतर और सुरक्षित विकल्प लग रहे हैं।
टैक्सी कंपनी उबर का कहना है कि, “कम टचप्वाइंट्स, बेहतर एयर सर्कुलेशन और बेहतर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ, ऑटो को काफ़ी हद तक सुरक्षित माना जा रहा है।” वहीं उबर के अनुसार अगर कुल बुकिंग की बात करें तो कुछ शहरों में ऑटो-रिक्शा की माँग पूर्व-कोविड स्तर से भी ऊपर चली गई है।
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