बाग़पत पुलिस ने किसानों का धरना स्थल खाली कराया, टिकैत बोले- ये हरकत ना करे पुलिस

उत्तर प्रदेश की बागपत पुलिस ने ज़िले के बड़ौत में बागपत-सहारनपुर हाइवे पर किसानों के प्रदर्शन स्थल को खाली करा दिया है। यहां 40 दिनों से किसान केन्द्र के कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ धरने पर बैठे थे। पुलिस ने बुधवार रात प्रदर्शन स्थल पहुंचकर किसानों कें टेंट हटा दिए और कथित रूप से किसानों पर लाठीचार्ज भी किया गया।
एडीएम अमित कुमार सिंह का कहना है कि धरना की वजह से एनएच का काम रुका हुआ था। एडीएम ने बताया कि प्रशासन को एनएचएआई की चिट्ठी मिली है जिसमें कहा गया है कि प्रदर्शन की वजह से निर्माण कार्य बाधित हुआ। उन्होंने कहा कि किसानों को शांतिपूर्ण तरीके से हटाया गया है और कोई बल का इस्तेमाल नहीं हुआ है। बड़ौत इलाके के सर्कल ऑफिसर ने कहा कि किसान हाइवे पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, जहां निर्माण कार्य किया जाना है। ‘एनएचएआई का काम रुका हुआ है, उनके प्रोजेक्ट की लागत बढ़ रही है।’ साथ ही उन्होंने बताया कि प्रदर्शन स्थल खाली करा लिया गया और किसानों को प्रदर्शन के लिए कोई दूसरी जगह नहीं दी गई है। किसानों के ग़ाज़ीपुर प्रदर्शन स्थल पर भी पुलिस बल की भारी तैनाती की गई। देर रात प्रदर्शन स्थल की बिजली काट दी गई थी। एक प्रदर्शनकारी का कहना है कि, ‘आप गोली और लाठी के दम पर किसानों को डराना चाहते हैं, किसान नहीं डरेगा। शांतिपूर्वक रात के समय जो ऑपरेशन आप करने की कोशिश कर रहे हो वो किसान बर्दाश्त नहीं करेगा। किसान हिंसा नहीं करता और हिंसा को बर्दाश्त भी नहीं करता। आंदोलन जारी रहेगा।’ संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य राकेश टिकैत ने भी बयान जारी कर बताया, ‘ग़ज़ीपुर बॉर्डर की लाइट काट दी गई है। किसानों को डराने का, दहशत फैलाने का पुलिस प्रशासन जो काम कर रही है, इस तरह की हरकत पुलिस प्रशासन ना करे।’
बागपत के एडिश्नल डिस्ट्रिक्ट मज़िस्ट्रेट का कहना है कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की नोटिस के बाद यह प्रदर्शन स्थल खाली कराया गया है। वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पुलिस किस तरह किसानों को टेंट से बाहर निकाल रही है। बुज़ुर्ग किसानों को अपनी रजाई और अन्य सामानों के साथ बाहर निकलते देखा जा सकता है।दिल्ली-सहारनपुर हाइवे पर बागपत (यूपी) में 40 दिन से धरने पर बैठे किसानों पर आधी रात को लाठीचार्ज। पुलिस ने जबरन धरना खत्म कराया। टैंट भी उखाड़े। धरने का नेतृत्व कर रहे ब्रजपाल सिंह गिरफ्तार। #Baghpat #UPPolice #FarmersAttacked pic.twitter.com/2BR3MwpxCU
— Nuruddin (@Nuruddin_4) January 28, 2021
एडीएम अमित कुमार सिंह का कहना है कि धरना की वजह से एनएच का काम रुका हुआ था। एडीएम ने बताया कि प्रशासन को एनएचएआई की चिट्ठी मिली है जिसमें कहा गया है कि प्रदर्शन की वजह से निर्माण कार्य बाधित हुआ। उन्होंने कहा कि किसानों को शांतिपूर्ण तरीके से हटाया गया है और कोई बल का इस्तेमाल नहीं हुआ है। बड़ौत इलाके के सर्कल ऑफिसर ने कहा कि किसान हाइवे पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, जहां निर्माण कार्य किया जाना है। ‘एनएचएआई का काम रुका हुआ है, उनके प्रोजेक्ट की लागत बढ़ रही है।’ साथ ही उन्होंने बताया कि प्रदर्शन स्थल खाली करा लिया गया और किसानों को प्रदर्शन के लिए कोई दूसरी जगह नहीं दी गई है। किसानों के ग़ाज़ीपुर प्रदर्शन स्थल पर भी पुलिस बल की भारी तैनाती की गई। देर रात प्रदर्शन स्थल की बिजली काट दी गई थी। एक प्रदर्शनकारी का कहना है कि, ‘आप गोली और लाठी के दम पर किसानों को डराना चाहते हैं, किसान नहीं डरेगा। शांतिपूर्वक रात के समय जो ऑपरेशन आप करने की कोशिश कर रहे हो वो किसान बर्दाश्त नहीं करेगा। किसान हिंसा नहीं करता और हिंसा को बर्दाश्त भी नहीं करता। आंदोलन जारी रहेगा।’ संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य राकेश टिकैत ने भी बयान जारी कर बताया, ‘ग़ज़ीपुर बॉर्डर की लाइट काट दी गई है। किसानों को डराने का, दहशत फैलाने का पुलिस प्रशासन जो काम कर रही है, इस तरह की हरकत पुलिस प्रशासन ना करे।’
#SamyuktaKisanMorcha & @RakeshTikaitBKU to Government and police against any kind of crackdown against #farmers at any borders around Delhi. #FarmersAttacked #FarmersProstests pic.twitter.com/lsU0Fbh5IU
— Nuruddin (@Nuruddin_4) January 28, 2021
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