आंध्र प्रदेश में स्कूल खुलने से पहले ही 575 छात्र और 829 शिक्षक हुए कोरोना पॉजिटिव

देशभर में अनलॉक की प्रक्रिया जारी है और ऐसे में केंद्र सरकार द्वारा स्कूल खोलने का निर्णय प्रदेश सरकारों के ऊपर छोड़ा हुआ था. ऐसे में आंध्र प्रदेश की जग्गन मोहन रेड्डी की सरकार ने स्कूलों को खोलने का निर्णय लिया, जिसमें 9वीं से लेकर 12वीं के बच्चों को स्कूल जाने की इजाज़त दी गई थी।
जिसके बाद राज्य में अब तक 829 सरकारी शिक्षकों और 575 बच्चे को कोरोना पॉजिटिव पाए गए है। इनमें से ज्यादातर बच्चों और शिक्षकों ने स्कूल फिर से खुलने से पहले ही कोविड का टेस्ट कराया था।
राज्य स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, कोविड -19 के लिए कुल 1 लाख 89 हज़ार सरकारी शिक्षकों में से 70 हज़ार 790 का टेस्ट किया गया। उनमें से, 1.17 फीसदी यानी कुल 829 शिक्षकों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी। इनमें पूर्वी गोदावरी में सबसे अधिक 172, उसके बाद श्रीकाकुलम ज़िले में 141 शिक्षकों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसी प्रकार राज्य में 95 हज़ार 763 बच्चों का कोविड-19 टेस्ट करवाया गया था और उनमें से 0.60 फीसदी यानी कुल 575 बच्चे कोरोना संक्रमित पाए गए थे। राज्य स्कूल शिक्षा आयुक्त वदरेवु चिन्ना वीरभद्रुडु ने कहा, स्कूलों के खुलने से पहले अधिकांश ही शिक्षकों ने टेस्ट कराया था और इनके परिणाम स्कूलों के फिर से खुलने के बाद सामने आए हैं। आंध्र प्रदेश में सोमवार को नौवीं और दसवीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूलों को फिर से खोला गया था और इसके बाद सोशल मीडिया पर कुछ अफवाहें चल रही थी कि जिनमें का दावा किया गया जा रहा था कि जैसे ही स्कूल खुल हैं, वैसे ही विद्यार्थियों और शिक्षकों में कोरोना संक्रमण बड़ी तेजी से फैल रहा है। हालांकि स्कूल शिक्षा आयुक्त ने कहा कि यह वास्तविकता नहीं है। उन्होंने कहा, व्हाट्सएप पर कुछ संदेश चल रहे हैं, जिसमें बताया गया है कि स्कूलों के फिर से खुलने के बाद कोरोनावायरस संक्रमण में बढ़ोतरी हुई है। यह वास्तविक नहीं है। उन्होंने कहा कि स्कूल पूरी सावधानी के साथ सुरक्षित वातावरण में चल रहे हैं, क्योंकि जिलों में स्कूली शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग सतर्क हैं। साथ ही बताया कि स्कूलों में शिक्षण गतिविधि को जारी रखने को लेकर छात्रों और शिक्षकों के बीच उत्साहजनक और सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है।
राज्य स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, कोविड -19 के लिए कुल 1 लाख 89 हज़ार सरकारी शिक्षकों में से 70 हज़ार 790 का टेस्ट किया गया। उनमें से, 1.17 फीसदी यानी कुल 829 शिक्षकों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी। इनमें पूर्वी गोदावरी में सबसे अधिक 172, उसके बाद श्रीकाकुलम ज़िले में 141 शिक्षकों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसी प्रकार राज्य में 95 हज़ार 763 बच्चों का कोविड-19 टेस्ट करवाया गया था और उनमें से 0.60 फीसदी यानी कुल 575 बच्चे कोरोना संक्रमित पाए गए थे। राज्य स्कूल शिक्षा आयुक्त वदरेवु चिन्ना वीरभद्रुडु ने कहा, स्कूलों के खुलने से पहले अधिकांश ही शिक्षकों ने टेस्ट कराया था और इनके परिणाम स्कूलों के फिर से खुलने के बाद सामने आए हैं। आंध्र प्रदेश में सोमवार को नौवीं और दसवीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूलों को फिर से खोला गया था और इसके बाद सोशल मीडिया पर कुछ अफवाहें चल रही थी कि जिनमें का दावा किया गया जा रहा था कि जैसे ही स्कूल खुल हैं, वैसे ही विद्यार्थियों और शिक्षकों में कोरोना संक्रमण बड़ी तेजी से फैल रहा है। हालांकि स्कूल शिक्षा आयुक्त ने कहा कि यह वास्तविकता नहीं है। उन्होंने कहा, व्हाट्सएप पर कुछ संदेश चल रहे हैं, जिसमें बताया गया है कि स्कूलों के फिर से खुलने के बाद कोरोनावायरस संक्रमण में बढ़ोतरी हुई है। यह वास्तविक नहीं है। उन्होंने कहा कि स्कूल पूरी सावधानी के साथ सुरक्षित वातावरण में चल रहे हैं, क्योंकि जिलों में स्कूली शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग सतर्क हैं। साथ ही बताया कि स्कूलों में शिक्षण गतिविधि को जारी रखने को लेकर छात्रों और शिक्षकों के बीच उत्साहजनक और सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है।
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