उत्तराखंड तबाही में अब तक 15 की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, कई लापता

उत्तराखंड के चमोली ज़िले में हुई ग्लेशियर धंसने की घटना में अबतक 203 लोग लापता हैं और 14 लोगों के शव बरामद हुए हैं। ग्लेशियर के टूटने की वजह से अलकनंदा और धौली गंगा नदी उफान पर है। ऋषिगंगा नदी पर चल रहे पॉवर प्रोजेक्ट के डैम का भी एक हिस्सा टूट गया है। ग्लेशियर के टूटने से भारी तबाही की आशंका जताई जा रही है, जिसे देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है।
इस आपदा की वजह से अलकनंदा नदी का जलस्तर तेज़ी से बढ़ गया है। पानी के तेज बहाव में कई घरों को नुकसान पहुंचा है और कई घर पानी की तेज धारा में बह गए। अचानक हुई घटना में भारी जानमाल के नुकसान की आशंका है। रेस्क्यु ऑपरेशन जारी है और आस-पास के इलाके को खाली कराया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि ऋषिकेश से कुछ ही दूरी पर एक तपोवन डैम है जहां पानी इकट्ठा हो गया है। यहां डैम में काम चल रहा था जहां कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। पुलिस के अनुसार, टनल में फंसे लोगों के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है। उत्तराखंड के गढ़वाल रेंज की डीआईजी नीरू गर्ग ने बताया कि उन्हें 178 लोगों के लापता होने की सूचना दी गई थी, जिनमें 15 लोगों को रेस्क्यु कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि दूसरे टनल का काम चल रहा है जहां 35 लोगों के फंसे होने की आशंका है। आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक कुमार पांडे ने बताया कि रेस्क्यु टीम ने दूसरे टनल के लिए भी सर्च अॉपरेशन तेज़ कर दिया है। आईटीबीपी के करीब 300 जवानों को टनल में सर्च ऑपरेशन के लिए लगाया गया है। टनल के भीतर रास्ता क्लियर करने के लिए जेसीबी की मदद ली जा रही है। अलग-अलग जगहों से 14 शव बरामद हुए हैं। तपोवन डैम के सुरंग का काम चल रहा था जहां 20-25 लोगों के फंसे होने की आशंका है। ग्लेशियर टूटने पर वाडिया इंस्टीट्यूट के तीन ग्लेशियर वैज्ञानिकों एक टीम को जोशीमठ के तपोवन भेजा गया गया है। जो ग्लेशियर टूटा है, वहां पर वाडिया की रिसर्च साइट भी है। ऐसा माना जा रहा है कि निर्माण स्थल पर करीब 100 लोग काम कर रहे थे। वैज्ञानिकों की टीम घटना की जांच कर एक रिपोर्ट सौंपेगी।
बताया जा रहा है कि ऋषिकेश से कुछ ही दूरी पर एक तपोवन डैम है जहां पानी इकट्ठा हो गया है। यहां डैम में काम चल रहा था जहां कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। पुलिस के अनुसार, टनल में फंसे लोगों के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है। उत्तराखंड के गढ़वाल रेंज की डीआईजी नीरू गर्ग ने बताया कि उन्हें 178 लोगों के लापता होने की सूचना दी गई थी, जिनमें 15 लोगों को रेस्क्यु कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि दूसरे टनल का काम चल रहा है जहां 35 लोगों के फंसे होने की आशंका है। आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक कुमार पांडे ने बताया कि रेस्क्यु टीम ने दूसरे टनल के लिए भी सर्च अॉपरेशन तेज़ कर दिया है। आईटीबीपी के करीब 300 जवानों को टनल में सर्च ऑपरेशन के लिए लगाया गया है। टनल के भीतर रास्ता क्लियर करने के लिए जेसीबी की मदद ली जा रही है। अलग-अलग जगहों से 14 शव बरामद हुए हैं। तपोवन डैम के सुरंग का काम चल रहा था जहां 20-25 लोगों के फंसे होने की आशंका है। ग्लेशियर टूटने पर वाडिया इंस्टीट्यूट के तीन ग्लेशियर वैज्ञानिकों एक टीम को जोशीमठ के तपोवन भेजा गया गया है। जो ग्लेशियर टूटा है, वहां पर वाडिया की रिसर्च साइट भी है। ऐसा माना जा रहा है कि निर्माण स्थल पर करीब 100 लोग काम कर रहे थे। वैज्ञानिकों की टीम घटना की जांच कर एक रिपोर्ट सौंपेगी।
ताज़ा वीडियो