जब देश में कोरोना कम तब केरल और दिल्ली में विस्फोट कैसे?

by Rahul Gautam 2 years ago Views 1531

Why did corona cases explode in Kerala and Delhi w
देश में कोरोना अब लोगो को हैरानी में डाल रहा है। आंकड़ों की माने तो देश से कोरोना ख़त्म हो रहा हैं मगर कुछ राज्यों में इसका विस्फोट हो रहा है। संक्रमण से सबसे ज्यादा जूझ रहे राज्य में कोरोना के मामले कम हो रहे है और दुनियाभर में चर्चित रहे मॉडल वाले राज्य में मामले बढ़ रहे है।

मसलन पिछले सात दिनों से सबसे ज्यादा कोविद के नए केस महाराष्ट्र से नहीं बल्कि केरल में दर्ज़ हो रहे है। जानकारों के मुताबिक केरल में रोज़ाना आने वाले मामलों की संख्या में हुई बढ़ोतरी अचानक नहीं हुई है।


स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि यह 24 अक्टूबर से 30 अक्टूबर के बीच पिछले सात दिनों में कुछ ऐसा ही ट्रेंड चल रहा था। बता दे, यह पहली बार है जब महाराष्ट्र, जोकि सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य बना हुआ, वो नए मामलो में लुढ़ककर दूसरे नंबर पर आ रहा है।

ध्यान रहे महाराष्ट्र में जब तेज़ी से मामले सामने आ रहे थे, तब इसकी तुलना इटली से की जाती थी। उधर दूसरी तरफ, आज जिस राज्य से सबसे ज्यादा केस सामने आ रहे है, उस केरल मॉडल की तारीफ पूरी दुनिया में हुई। आसान भाषा में कहे तो कोरोना के बारे में सभी काफी चीज़े साफ़ नहीं और इसको लेकर अभी भी बहुत सारी अनिश्चितता मौजूद है।

ऐसे ही हैरान करने वाली तस्वीर देश की राजधानी में देखने को मिल रही है। दिल्ली में कोरोना लगातार 7 दिनों से नए रिकॉर्ड बना रहा है। शुक्रवार को दिल्ली में 5,891 मामले सामने आए। दिल्ली में गुरुवार को कोरोना के 5,739 नए केस सामने आए जो अभी तक एक दिन में आने वाले मामलों की सबसे बड़ी संख्या है। इससे पहले बुधवार को दिल्ली में 5,673 नए कोविड मरीज सामने आए और तब यह चर्चा होने लगी थी कि क्या दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर चल पड़ी है।

इससे पहले जून के महीने में दिल्ली में तेज़ी से मामले बढ़ रहे थे जिसके बाद केंद्र और राज्य दोनों ही सरकारें की चिंता बढ़ गई थी। अस्पतालों में बेड कम पड़ रहे थे और मरने वालो का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा था। उस समय राजधानी में रोज़ाना 2 हज़ार के लगभग मामले सामने आये थे।

बाद में केंद्र और राज्य ने साथ मिलकर स्तिथि को संभाला। राजधानी में 309 से भी अधिक कन्टेनमेंट जोन बनाये गए, अस्पताल और आइसोलेशन सेंटर बढ़ाये गए और लोगो को घर में ही आइसोलेट होने की छूट दी गई। इससे राजधानी में स्तिथि संभली और दिल्ली में कोरोना के नए केस अगस्त आते आते 1000 से भी कम रह गए।

लेकिन अब फिर मामले बढ़ने लगे है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि तीसरी लहर की पुष्टि के लिए एक सप्ताह तक कोरोना के ट्रेंड पर नजर रखनी होगी। अब जब दूसरे दिन भी कोरोना के मामलों का नया रिकॉर्ड बन गया तो इस आशंका को बल मिलने लगा है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना का तीसरी लहर आ चुकी है।

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