मणिपुर में शहरी गरीबी सबसे ज्यादा, गोवा में गरीबी देश में सबसे कम

देश में सबसे गरीब राज्य छत्तीसगढ़ है, जहाँ गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों का प्रतिशत सबसे ज्यादा है। इसके इतर गोवा में गरीबी रेखा की नीचे रहने वाले लोगों की आबादी सबसे कम है। इस बात का खुलासा मध्य प्रदेश के गुना से सांसद कृष्णा पाल सिंह यादव द्वारा 2 महीने पहले लोकसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में केंद्रीय साांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वन राज्य मंत्री राव इंदरजीत सिंह द्वारा दिया गया है।
दरअसल, बीजेपी सांसद केपी यादव ने लोकसभा में सवाल पूछा था कि क्या सरकार के पास गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों की संख्या के संबंध में राज्य-वार आंकड़े हैं।
इसके जवाब में केंद्रीय साांख्यिकी मंत्रालय ने कहा की- देश में सबसे ज्यादा, 39.93 फीसदी लोग छत्तीसगढ़ में गरीबी रेखा से नीचे है। दूसरे स्थान पर झारखंड है। यहाँ 36.96 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा के नीचे हैं। झारखंड के बाद 36.89 प्रतिशत के मणिपुर देश में गरीबी रेखा में तीसरी नंबर पर है।
जबकि शहरी गरीबी में मणिपुर पहले स्थान पर है। पूर्व उत्तर के राज्य अरुणाचल प्रदेश में गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोगों का प्रतिशत 34.67 है। हाल ही में बिहार में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए हैं और 33.74 प्रतिशत के साथ बिहार देश में गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले राज्यों में पांचवें स्थान पर है।
अब बात करते है उन पांच राज्यों की जहाँ देश में गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोगों का प्रतिशत सबसे कम है।
गोवा में महज़ 5.09 प्रतिशत के लोग ही गरीबी रेखा के नीचे रहते हैं और देश में गोवा सबसे अव्वल है। गोवा के बाद देश में दूसरे सबसे अच्छे आंकड़े केरल के है। जहाँ 7.05 प्रतिशत लोग ही गरीबी रेखा के नीच हैं। 8.19 प्रतिशत के साथ पूर्वोत्तर का राज्य सिक्कम तीसरे स्थान पर है।
करीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोगों के मामले में देश में पंजाब 8.26 प्रतिशत के साथ चौथे नंबर है। जबकि 9.69 प्रतिशत के साथ पुड्डुचेरी पांचवें स्थान पर है।
गौरतलब यह है की सारे आंकड़े 2011-12 के है और जिन्हे 2013 में प्रकाशित किया गया था। उसके साथ गरीबी आंकने को लेकर कई कमेटी बनाई गई लेकिन अबतक किसी भी प्रकार के नए आंकड़े सरकार नहीं जुटा पाई है जिससे पता लग सके की पिछले 6 सालों में देश में गरीबी बढ़ी या घटी है।


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