Ukraine Invasion: 18,500 भारतीय की घर वापसी में कितने दिन लगेंगे ?
ख़बर है कि ख़ार्किव शहर में रूसी बमबारी में एक भारतीय नागरिक की मौत भी हो गई है जिनकी पहचान नवीन शेखरप्पा के तौर पर हुई है। बताया जा रहा है कि नवीन के मौत सोमवरा की बमबारी में हुई थी...

यूक्रेन पर 24 फरवरी को रूसी हमले के बाद भारत के लिए सबसे बड़ी चिंता यह है कि वो अपने नागरिकों की संकटग्रस्त देश से सुरक्षित घर वापसी कराए। इसके लिए भारत सरकार अपनी कोशिशें भी कर रही है। यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिक जिसमें बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स हैं, सोशल मीडिया पर लगातार वीडियो पोस्ट कर रहे हैं और भारत सरकार से तुरंत उन्हें वहां से निकालने की अपील कर रहे हैं।
इस बीच यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने एक ताज़ा बयान जारी किया है और कीव (यूक्रेन की राजधानी) में मौजूद भारतीय नागरिकों को जल्द-से-जल्द कीव छोड़ने की सलाह दी है। भारतीय दूतावास ने कहा है किसी भी तरह कीव छोड़कर कहीं और शरण के लिए पहुंचें।
ख़बर है कि ख़ार्किव शहर में रूसी बमबारी में एक भारतीय नागरिक की मौत भी हो गई है जिनकी पहचान नवीन शेखरप्पा के तौर पर हुई है। बताया जा रहा है कि नवीन के मौत सोमवरा की बमबारी में हुई थी। ग़ौरतलब है कि आक्रमण के बाद से ही भारतीय नागरिकों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में पहुंचने की सलाह दी गई थी। इसके बाद भारत सरकार यूक्रेन के चार पड़ोसी देशों के लिए उड़ानें शुरु की और हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया। भारत सरकार ने चार मंत्रियों को नागरिकों की मदद के लिए यूक्रेन के अलग-अलग पड़ोसी देशों में भेजा है। इनमें हरदीप सिंह पुरी (हंगरी), किरेन रिजजू (स्लोवाकिया), ज्योतिरादित्य सिंधिया (रोमानिया, माल्दोवा), और वीके सिंह (पोलैंड) हैं शामिल हैं। विदेश मंत्री एस. जयशंकर के एक ट्वीट के मुताबिक़ अबतक 9 उड़ानें (मंगलवार, सुबह 7 बजे तक) संचालित की गई है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि अबतक कितने भारतीय की घर वापसी हुई है। भारतीय की घर वापसी में कितने दिन लगेंगे ? आधिकारिक तौर पर यूक्रेन में 20 हज़ार भारतीय हैं जिनमें बड़ी संख्या स्टूडेंट्स की है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने सोमवार को जानकारी दी कि 8000 भारतीय यूक्रेन छोड़कर अन्य पड़ोसी देश पहुंच गए हैं और वहां से उन्हें एयरलिफ्ट कर भारत लाए जाने की प्रक्रिया चल रही है। मसलन अबतक अगर 1500 (मीडिया रिपोर्ट्स) भारतीयों की घर वापसी हो गई है तो वहां अभी भी 18,500 नागरिक फंसे हुए हैं। विदेश मंत्रालय की मानें तो प्रत्येक दिन औसतन तीन उड़ानें संचालित हो रही हैं।
ख़बर है कि ख़ार्किव शहर में रूसी बमबारी में एक भारतीय नागरिक की मौत भी हो गई है जिनकी पहचान नवीन शेखरप्पा के तौर पर हुई है। बताया जा रहा है कि नवीन के मौत सोमवरा की बमबारी में हुई थी। ग़ौरतलब है कि आक्रमण के बाद से ही भारतीय नागरिकों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में पहुंचने की सलाह दी गई थी। इसके बाद भारत सरकार यूक्रेन के चार पड़ोसी देशों के लिए उड़ानें शुरु की और हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया। भारत सरकार ने चार मंत्रियों को नागरिकों की मदद के लिए यूक्रेन के अलग-अलग पड़ोसी देशों में भेजा है। इनमें हरदीप सिंह पुरी (हंगरी), किरेन रिजजू (स्लोवाकिया), ज्योतिरादित्य सिंधिया (रोमानिया, माल्दोवा), और वीके सिंह (पोलैंड) हैं शामिल हैं। विदेश मंत्री एस. जयशंकर के एक ट्वीट के मुताबिक़ अबतक 9 उड़ानें (मंगलवार, सुबह 7 बजे तक) संचालित की गई है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि अबतक कितने भारतीय की घर वापसी हुई है। भारतीय की घर वापसी में कितने दिन लगेंगे ? आधिकारिक तौर पर यूक्रेन में 20 हज़ार भारतीय हैं जिनमें बड़ी संख्या स्टूडेंट्स की है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने सोमवार को जानकारी दी कि 8000 भारतीय यूक्रेन छोड़कर अन्य पड़ोसी देश पहुंच गए हैं और वहां से उन्हें एयरलिफ्ट कर भारत लाए जाने की प्रक्रिया चल रही है। मसलन अबतक अगर 1500 (मीडिया रिपोर्ट्स) भारतीयों की घर वापसी हो गई है तो वहां अभी भी 18,500 नागरिक फंसे हुए हैं। विदेश मंत्रालय की मानें तो प्रत्येक दिन औसतन तीन उड़ानें संचालित हो रही हैं।
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