हिन्दू चायवाले ने की मुस्लिम परिवारों के घर की हिफाज़त

दिल्ली के हिंसा प्रभावित उत्तर पूर्वी ज़िले में भजनपुरा वो इलाक़ा है जहां से क़ौमी एकता और भाईचारे की कहानियां बार-बार सामने आ रही हैं. दंगाई बार-बार भजनपुरा पर हमला करते लेकिन मुहल्ले के हिंदू और मुसलमानों की समझ और सूझबूझ से हर बार नाक़ाम हो जाते. ऐसी ही एक कहानी भजनपुरा की गली पीरवाली के प्रशांत की है जिन्होंने अपने मुहल्ले के 14 मुस्लिम परिवारों की हिफ़ाज़त की.
सांप्रदायिक हिंसा की चपेट में आए उत्तर पूर्वी दिल्ली के तमाम मुहल्ले ऐसे हैं जहां हिंदू-मुस्लिम के घरों की दीवारें आपस में सटी हैं. यही वजह है कि दंगा ख़त्म होने के बाद अब यहां से सांप्रदायिक सौहार्द की कई कहानियां बाहर आ रही हैं. अब भजनपुरा के एक शख़्स प्रशांत ने अपनी गली के 14 मुस्लिम परिवारों के घरों की हिफाजत की जो दंगा भड़कने के बाद अपना घर छोड़कर चले गए थे. प्रशांत गली के मुहाने पर चाय की दुकान चलाते हैं. वो दिनभर चाय बेचते वक्त लोगों पर नज़र रखते और रात में अपने दोस्तों के साथ ऑटो में बैठकर पहरा देते थे.
वीडियो देखिये भजनपुरा उत्तर पूर्वी जिले के उन इलाक़ों में शामिल है जहां के आपसी भाईचारे की कई कहानियां निकलकर आई हैं. इस मुहल्ले में दंगाइयों ने घुसने की बार-बार कोशिश की लेकिन इलाक़े के हिंदू मुस्लिम की एकजुटता के चलते ऐसा नहीं हो सका.
सांप्रदायिक हिंसा की चपेट में आए उत्तर पूर्वी दिल्ली के तमाम मुहल्ले ऐसे हैं जहां हिंदू-मुस्लिम के घरों की दीवारें आपस में सटी हैं. यही वजह है कि दंगा ख़त्म होने के बाद अब यहां से सांप्रदायिक सौहार्द की कई कहानियां बाहर आ रही हैं. अब भजनपुरा के एक शख़्स प्रशांत ने अपनी गली के 14 मुस्लिम परिवारों के घरों की हिफाजत की जो दंगा भड़कने के बाद अपना घर छोड़कर चले गए थे. प्रशांत गली के मुहाने पर चाय की दुकान चलाते हैं. वो दिनभर चाय बेचते वक्त लोगों पर नज़र रखते और रात में अपने दोस्तों के साथ ऑटो में बैठकर पहरा देते थे.
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