भाजपा मंत्री के भगवा झंडे वाले बयान पर बवाल, कांग्रेस की बर्खास्तगी की मांग !

कर्नाटक में हिजाब को लेकर जारी विवाद के बीच एक नया विवाद खड़ा हो गया है। राज्य की भाजपा सरकार में पंचायती राज मंत्री के एक बयान पर कांग्रेस नेताओें ने उनको बरख़ास्त किए जाने की मांग की है। भाजपा मंत्री ने विधानसभा में लाल किले पर भगवा झण्डा फहराने की बात कही थी, जिसपर अब विवाद बढ़ता जा रहा है।
हिजाब मामले के दौरान शिमोगा ज़िले में मंगलवार, 8 फरवरी को गवर्नमेंट फर्स्ट ग्रेड कॉलेज में भगवाधारी छात्र-छात्राओं के एक ग्रुप ने भगवा झंडा फहराया था और इस घटना से कॉलेज में हिंसा भड़क गई और कैंपस में पथराव भी हुआ था।
कर्नाटक विधानसभा में बुधवार को विपक्ष के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भाजपा मंत्री केएस ईश्वरप्पा पर सीधा निशाना साधते हुए उन्हें बर्खास्त और उनपर देशद्रोह का मुक़दमा दर्ज किए जाने की मांग की थी, जिसमें मंत्री ने दावा किया था कि भविष्य में 'भगवा ध्वज' राष्ट्रीय ध्वज बन सकता है। सिद्धारमैया ने भाजपा मंत्री ईश्वरप्पा को कैबिनेट से हटाने की मांग की और कहा, "कर्नाटक के मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने हाल ही में कहा था, 'हम लाल किले पर भगवा झंडा फहरायेंगे' लेकिन लाल किले पर सिर्फ राष्ट्रीय ध्वज ही फहराया जाएगा।" सिद्धारमैया ने कहा, "हमारा संविधान कहता है कि सभी नागरिकों को ध्वज, राष्ट्रगान का सम्मान करना चाहिए पर ईश्वरप्पा ने ध्वज, देश और संविधान का अपमान किया।" सिद्धारमैया ने कहा, "मुख्यमंत्री को उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर देना चाहिए। इस बयान के बाद उन्हें मंत्री बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।" ग़ौरतलब पिछले हफ्ते, केएस ईश्वरप्पा ने दावा किया था कि 'भगवा ध्वज' भविष्य में कभी भी राष्ट्रीय ध्वज बन सकता है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ भाजपा मंत्री ने कहा, "सैकड़ों साल पहले, श्री रामचंद्र और मारुति के रथों पर भगवा झंडे थे, क्या तब हमारे देश में तिरंगा झंडा था ? अब यह (तिरंगा) हमारा राष्ट्रीय ध्वज है, इसे क्या सम्मान देना चाहिए ?, देश में रहने वाले हर एक भारतवासी को इसका सम्मान करना चाहिए।" सिद्धारमैया ने आगे आरोप लगाया कि "भाजपा ने छात्रों को भगवा शॉल दी और उन्हें स्कूल भेज दिया, और अब पूरा देश सवाल कर रहा है कि मुख्यमंत्री हिजाब के मुद्दे पर चुप क्यों हैं।" हालांकि, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने ईश्वरप्पा के बयान का बचाव किया। उन्होंने कहा, "केएस ईश्वरप्पा ने यह नहीं कहा कि भगवा झंडा तुरंत लाल किले पर फहराया जाएगा, लेकिन अगले 300 या 500 वर्षों में एसा हो सकता हैं और हमने राष्ट्रीय ध्वज को स्वीकार कर लिया है और किसी को भी इसका अनादर नहीं करना चाहिए।" मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, "वे चुनिंदा रूप से उनके बयान के सिर्फ एक हिस्से को वायरल कर रहे हैं और राज्य और विधानसभा में लोगों को गुमराह कर रहे हैं, क़ानूनी तौर पर ईश्वरप्पा ने कोई ग़लती नहीं की है और उनके ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती है।" इससे पहले भी, राज्य के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार और मंत्री ईश्वरप्पा को एक दूसरे को "देशद्रोही" और "राष्ट्रद्रोही" कहकर विधानसभा में एक दूसरे पर टिप्पणी करते भी देखा गया था।
कर्नाटक विधानसभा में बुधवार को विपक्ष के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भाजपा मंत्री केएस ईश्वरप्पा पर सीधा निशाना साधते हुए उन्हें बर्खास्त और उनपर देशद्रोह का मुक़दमा दर्ज किए जाने की मांग की थी, जिसमें मंत्री ने दावा किया था कि भविष्य में 'भगवा ध्वज' राष्ट्रीय ध्वज बन सकता है। सिद्धारमैया ने भाजपा मंत्री ईश्वरप्पा को कैबिनेट से हटाने की मांग की और कहा, "कर्नाटक के मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने हाल ही में कहा था, 'हम लाल किले पर भगवा झंडा फहरायेंगे' लेकिन लाल किले पर सिर्फ राष्ट्रीय ध्वज ही फहराया जाएगा।" सिद्धारमैया ने कहा, "हमारा संविधान कहता है कि सभी नागरिकों को ध्वज, राष्ट्रगान का सम्मान करना चाहिए पर ईश्वरप्पा ने ध्वज, देश और संविधान का अपमान किया।" सिद्धारमैया ने कहा, "मुख्यमंत्री को उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर देना चाहिए। इस बयान के बाद उन्हें मंत्री बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।" ग़ौरतलब पिछले हफ्ते, केएस ईश्वरप्पा ने दावा किया था कि 'भगवा ध्वज' भविष्य में कभी भी राष्ट्रीय ध्वज बन सकता है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ भाजपा मंत्री ने कहा, "सैकड़ों साल पहले, श्री रामचंद्र और मारुति के रथों पर भगवा झंडे थे, क्या तब हमारे देश में तिरंगा झंडा था ? अब यह (तिरंगा) हमारा राष्ट्रीय ध्वज है, इसे क्या सम्मान देना चाहिए ?, देश में रहने वाले हर एक भारतवासी को इसका सम्मान करना चाहिए।" सिद्धारमैया ने आगे आरोप लगाया कि "भाजपा ने छात्रों को भगवा शॉल दी और उन्हें स्कूल भेज दिया, और अब पूरा देश सवाल कर रहा है कि मुख्यमंत्री हिजाब के मुद्दे पर चुप क्यों हैं।" हालांकि, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने ईश्वरप्पा के बयान का बचाव किया। उन्होंने कहा, "केएस ईश्वरप्पा ने यह नहीं कहा कि भगवा झंडा तुरंत लाल किले पर फहराया जाएगा, लेकिन अगले 300 या 500 वर्षों में एसा हो सकता हैं और हमने राष्ट्रीय ध्वज को स्वीकार कर लिया है और किसी को भी इसका अनादर नहीं करना चाहिए।" मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, "वे चुनिंदा रूप से उनके बयान के सिर्फ एक हिस्से को वायरल कर रहे हैं और राज्य और विधानसभा में लोगों को गुमराह कर रहे हैं, क़ानूनी तौर पर ईश्वरप्पा ने कोई ग़लती नहीं की है और उनके ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती है।" इससे पहले भी, राज्य के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार और मंत्री ईश्वरप्पा को एक दूसरे को "देशद्रोही" और "राष्ट्रद्रोही" कहकर विधानसभा में एक दूसरे पर टिप्पणी करते भी देखा गया था।
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