मूसलाधार बारिश से मुंबई की रफ्तार रुकी, अस्पतालों में पानी घुसे, 29 स्टेट हाईवे बंद

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की चुनौतियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं. कोरोना महामारी, निसर्ग तूफान के बीच में अब यहां बारिश से ज़िंदगी तबाह हो रही है. हालात इतने बुरे हैं कि ज़्यादातर इलाक़ों में सड़कें पानी में डूबी हैं. बारिश का पानी अस्पतालों और रिहाइशी इलाक़ों में घुस गया है. रेलवे ट्रैक भी पानी भी डूबे हैं और कई जगह सड़कों पर पेड़ गिर गए हैं. महाराष्ट्र सरकार के मुताबिक नौ स्टेट हाईवे समेत 34 सड़कों को आवाजाही के लिए बंद करना पड़ा है. कोल्हापुर में राजाराम बांध में पानी ख़तरे के निशान के ऊपर पहुंच गया है.
मुंबई में बारिश इस क़दर हो रही है कि अस्पतालों में भी हालात बिगड़ रहे हैं. जेजे हॉस्पिटल के बाद मुंबई के नायर अस्पताल में भी पानी घुस गया है.
राज्य सरकार और बीएमसी की टीमें लगातार अभियान चला रही हैं. बीएमसी कमिश्नर इक़बाल सिंह चहल ने पेद्दार रोड का दौरा किया जहां दीवार का एक हिस्सा ढह गया. उन्होंने कहा कि महज़ चार घंटे में कोलाबा, नरिमन प्वाइंट, मरीन ड्राइव वग़ैरह में 300 मिमी बारिश हुई. यह अभूतपूर्व है.34 roads including 9 state highways closed for traffic movement due to flooding in Kolhapur. Rajaram dam currently flowing above danger level: District Administration#Maharashtra https://t.co/HXCc5dpNE3 pic.twitter.com/amFiqG01ss
— ANI (@ANI) August 6, 2020
मुंबई में बारिश इस क़दर हो रही है कि अस्पतालों में भी हालात बिगड़ रहे हैं. जेजे हॉस्पिटल के बाद मुंबई के नायर अस्पताल में भी पानी घुस गया है.
भायंदर ईस्ट में बने प्रमोद महाजन कोविड हेल्थ सेंटर का सोमवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ऑनलाइन उद्घाटन किया था. इस सेंटर में करोड़ों रुपए की लागत के साथ एक अस्थायी शेड बनाया गया था लेकिन कुछ घंटे की बारिश के बाद इसमें भी पानी घुस गया और यहां भर्ती मरीजों को शिफ्ट करना पड़ा. रेलवे ट्रैक्स के पानी में डूबने के चलते दो लोकल ट्रेनें फंस गईं जिसके बाद एनडीआरएफ की टीमों को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाना पड़ा. दोनों ट्रेनों से लगभग 290 लोगों को रेस्क्यू किया गया. दक्षिणी मुंबई के कोलाबा में बीते 24 घंटों में रिकॉर्ड 311.88 मिमी बारिश हुई. इससे पहले कोलाबा में इतनी 262 मिमी बारिश अगस्त, 1974 में दर्ज की गई थी. भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक सांताक्रूज़ में भी 162 मिमी से ज्यादा बारिश बीते 24 घंटे में दर्ज की गई है. हालात बिगड़ने के चलते राज्य सरकार, बीएमसी और मुंबई पुलिस ने लोगों से अपने घरों में रहने की अपील की है. सायन, माटुंगा, खार सबवे, दादर टीटी, माटुंगा, शेख मिस्त्री दरगाह, पोस्टल कॉलोनी, चेंबूर, चूना भट्टी, मानखुर्द रेलवे स्टेशन, तिलकनगर, अंधेरी सबवे, दहिसर सबवे, मलाड सबवे, बोरिवली और दूसरे इलाके वॉटरलॉगिंग से जूझ रहे हैं. महाराष्ट्र में हो रही भरी बारिश का असर कर्नाटक में भी दिख रहा है. बुधवार को महाराष्ट्र ने कोया डैम से पानी छोड़ने की वजह से कर्नाटक के बेलगावी में बाढ़ जैसी स्थिति बन गयी. तस्वीरों में साफ़ देखा जा सकता है कि कैसे पानी छोड़े जाने की वजह से मंदिर का अधिकांश हिस्सा डूब गया है. यही हाल कर्नाटक के कोडागु जिले का है जहां बाढ़ की आशंका बढ़ती जा रही है.Mumbai's Nair Hospital flooded as the city received heavy rainfall yesterday. As per IMD, Colaba received 331.8mm & Santacruz received 162.3mm rainfall in last 24 hours.
— ANI (@ANI) August 6, 2020
Mumbai city & suburbs very likely to receive few spells of moderate to heavy rainfall during next 3- 4 hours. pic.twitter.com/Rzd0ufnJMV
इसी तरह उत्तराखंड के पिथौरागढ़, नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर, देहरादून और पौड़ी में भी लगातार बारिश से हाल बेहाल है. चीन सीमा को जोड़ने वाले तवाघाट-लिपुलेख मार्ग, तवाघाट-सोबला-तिदांग मार्ग पर दस दिन से आवाजाही ठप है.Flood like situation in Karnataka's Belagavi after Maharashtra released water at the rate of 1.2 lakh cusecs from Koina Dam following continuous rainfall
— ANI (@ANI) August 6, 2020
(05.08) pic.twitter.com/PabmxLXH0l
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