इज़रायल-ग़ज़ा, संघर्षविराम: इज़रायली हमले में घायलों और बेघरों की मदद करेगा चीन
"केवल एक राजनीतिक समाधान सभी के लिए स्थायी शांति और सुरक्षा लाएगा..."

इज़रायल और ग़ज़ा के बीच 11 दिनों तक चले खूनी हिंसा पर संघर्षविराम लागू हो गया है। इज़रायल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू के कार्यालय के एक बयान में कहा गया है कि सुरक्षा कैबिनेट ने "बिना शर्त संघर्ष विराम के लिए एजिप्ट या मिस्र की पहल को स्वीकार करने की सिफारिशों को सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया है।"
इसके बाद फ़िलिस्तीनी समूहों हमास और इस्लामिक जिहाद ने भी अपने एक बयान में संघर्ष विराम की पुष्टि की। इज़रायल की बमबारी में 65 बच्चों समेत कम से कम 232 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। संघर्ष विराम लागू होने तक इज़रायल में दो बच्चों समेत 12 लोगों की मौत हुई।
इज़रायल की तरफ से बयान में 'इस ऑपरेशन में महत्वपूर्ण उपलब्धियों, जिनमें कुछ अभूतपूर्व हैं" का दावा किया गया, जिसमें हमास को मोटे तौर पर धमकी दी गई है। इज़रायली प्रधानमंत्री ऑफिस की तरफ से जारी बयान में इस बात पर ज़ोर दी गई है कि "ज़मीनी हकीकत अभियान का भविष्य तय करेगी।" ताज़ा हिंसा में आधिकारिक तौर पर तो दोनों में किसी पक्ष की जीत नहीं हुई है लेकिन ग़ज़ा स्थित चरमपंथी संगठन हमास ने इसे अपने लिए एक बड़ी जीत बताया है। संघर्षविराम के समझौते के बाद ग़ज़ा और फिलिस्तीन में हज़ारों लोग जश्न मनाने के लिए सड़क पर उतर आए और झंडे लहराए। इससे पहले साल 2014 में भी इज़रायल और ग़ज़ा के बीच 50 दिनों तक युद्ध चला था जिसका कोई नतीज़ा नहीं निकला था। लेकिन तब दोनों तरफ मिलाकर हज़ारों की संख्या में लोग मारे गए थे। लड़ाई 10 मई को शुरू हुई, जब ग़ज़ा में हमास के चरमपंथियों ने मुसलमानों के तीसरे पवित्र स्थान अल-अक्सा मस्जिद परिसर में इज़रायली हमले के बाद इज़रायल पर रॉकेट दाग दिया। इसके बाद हिंसा बढ़ गई और इज़रायल ने हमले शुरु कर दिए थे जिसकी वजह से सैकड़ों फिलिस्तीनियों की जानें गई। संघर्षविराम का स्वागत इज़रायल और फिलिस्तीन के बीच इस संघर्षविराम का यूरोपियन यूनियन समेत कई देशों ने स्वागत किया है। यूरोपियन यूनियन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर ने कहा, “मैं दोनों पक्षों से इसे मज़बूत करने और लंबी अवधि में स्थिति को स्थिर करने का आग्रह करती हूं। केवल एक राजनीतिक समाधान सभी के लिए स्थायी शांति और सुरक्षा लाएगा।"
इज़रायल की तरफ से बयान में 'इस ऑपरेशन में महत्वपूर्ण उपलब्धियों, जिनमें कुछ अभूतपूर्व हैं" का दावा किया गया, जिसमें हमास को मोटे तौर पर धमकी दी गई है। इज़रायली प्रधानमंत्री ऑफिस की तरफ से जारी बयान में इस बात पर ज़ोर दी गई है कि "ज़मीनी हकीकत अभियान का भविष्य तय करेगी।" ताज़ा हिंसा में आधिकारिक तौर पर तो दोनों में किसी पक्ष की जीत नहीं हुई है लेकिन ग़ज़ा स्थित चरमपंथी संगठन हमास ने इसे अपने लिए एक बड़ी जीत बताया है। संघर्षविराम के समझौते के बाद ग़ज़ा और फिलिस्तीन में हज़ारों लोग जश्न मनाने के लिए सड़क पर उतर आए और झंडे लहराए। इससे पहले साल 2014 में भी इज़रायल और ग़ज़ा के बीच 50 दिनों तक युद्ध चला था जिसका कोई नतीज़ा नहीं निकला था। लेकिन तब दोनों तरफ मिलाकर हज़ारों की संख्या में लोग मारे गए थे। लड़ाई 10 मई को शुरू हुई, जब ग़ज़ा में हमास के चरमपंथियों ने मुसलमानों के तीसरे पवित्र स्थान अल-अक्सा मस्जिद परिसर में इज़रायली हमले के बाद इज़रायल पर रॉकेट दाग दिया। इसके बाद हिंसा बढ़ गई और इज़रायल ने हमले शुरु कर दिए थे जिसकी वजह से सैकड़ों फिलिस्तीनियों की जानें गई। संघर्षविराम का स्वागत इज़रायल और फिलिस्तीन के बीच इस संघर्षविराम का यूरोपियन यूनियन समेत कई देशों ने स्वागत किया है। यूरोपियन यूनियन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर ने कहा, “मैं दोनों पक्षों से इसे मज़बूत करने और लंबी अवधि में स्थिति को स्थिर करने का आग्रह करती हूं। केवल एक राजनीतिक समाधान सभी के लिए स्थायी शांति और सुरक्षा लाएगा।"
इस युद्ध में इज़रायल को खुला समर्थन देने वाले अमेरिका ने भी इस संघर्षविराम का स्वागत किया है। यूएस सेक्रेटरी ऑफ स्टेट एंटनी ब्लिंकन का कहना है कि वो जल्द ही इलाक़े के दौरे पर जाएंगे। इज़रायली विदेश मंत्री गैबी अशकेनाजी ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है।I welcome the cease-fire that came into force today at 2am between Israel and Hamas.
— Ursula von der Leyen (@vonderleyen) May 21, 2021
I urge both sides to consolidate it and stabilise the situation in the long term.
Only a political solution will bring lasting peace and security to all.
इनके अलावा मीडिया आउटलेट अल-जज़ीरा ने जानकारी दी है कि ग़ज़ा में इज़रायली हमले में घायलों और बेघर हुए लोगों की चीन ने मदद करने का ऐलान किया है। रिपोर्ट के मुताबिक़ चीन की अंतरराष्ट्रीय विकास सहयोग एजेंसी के एक प्रवक्ता तियान लिन ने बताया कि, 'इज़रायली हवाई हमलों में घायलों के इलाज में मदद करने और बेघर लोगों को नया घर देने में चीन मदद करेगा।'Last night I spoke with the U.S. Secretary of State @SecBlinken and updated him on the Security Cabinet decision.
— גבי אשכנזי - Gabi Ashkenazi (@Gabi_Ashkenazi) May 21, 2021
I thanked the Secretary of State for the US’ uncompromising support for #Israel, and our right to defend our citizens.
ताज़ा वीडियो