क्रूज शिप रेड केस में उगाही का दावा; क्रूज शिप रेड केस में उगाही का दावा; वानखेड़े के खिलाफ जांच के आदेश

by Sarfaroshi 1 year ago Views 1595

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क्रूज शिप ड्रग रेड केस, वही केस जिसमें अभिनेता शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान जेल में बंद हैं, इस मामले में रविवार को बड़ा ट्विस्ट आया है। बीते दिन रेड के गवाह बने प्रभाकर सैल के बयान से यह केस पलटता नजर आ रहा है और 2 अक्टूबर को एनसीबी की ड्रग रेड के बाद जांच को लीड कर रहे समीर वानखेड़े अब खुद सवालों के घेरे में आ गए हैं। यहां तक कि खुद एंटी ड्रग एजेंसी एनसीबी ने भी उनके खिलाफ इंटरनल जांच के आदेश दे दिए हैं।

प्रभाकर सैल ने रविवार को एक मीडिया चैनल से बात करते हुए एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े पर आरोप लगाया कि वह आर्यन खान के खिलाफ कोई केस न बनाने के लिए और उन्हें जेल न भेजने के लिए 25 करोड़ रूपये की मांग कर रहे थे। 

कौन हैं प्रभाकर सैल?
प्रभाकर सैल उन दो पंच गवाहों में से एक हैं जिन्हें कार्डेलिया क्रूज शिप पर रेड के दौरान नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम अपने साथ ले गई थी। रेड में दूसरे पंच गवाह किरण गोसावी हैं और सैल उनके बॉडीगार्ड है। पंच गवाह दो लोगों का समूह होता है जो अधिकारियों की रेड, खोज और जब्ती के दौरान इसके गवाह बनते हैं। यह लोग उन चीज़ों का ब्यौरा लिखते हैं जो रेड के दौरान जब्त की जाती हैं और फिर वह इस दस्तावेज़ पर साइन करते हैं और इसे ही पंचनामा कहा जाता है।    

NCB पर आरोप
प्रभाकर सैल ने रविवार को समीर पर आरोप लगाया कि वानखेड़े ने आर्यन खान को इस रेड में छोड़ने के लिए किरण गोसावी के जरिए 25 करोड़ की मांग की। प्रभाकर ने अदालत में दायर एक ऐफिडेविट में कई और आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि उन्होंने समीर गोसावी को सैम डिसूजा नाम के किसी शख्स से बात करते हुए सुना।समीर गोसावी वहीं शख्स हैं जिनकी एनसीबी ऑफिस से आर्यन खान के साथ ली गई सेल्फी काफी वायरल हुई थी और यहीं से एजेंसी की जांच और ड्रग रेड पर सवाल उठने शुरू हुए थे। गोसावी फिलहाल फरार हैं।

गोसावी और डिसूजा के बीच हुई बातचीत के मुताबिक आर्यन खान को छोड़ने के लिए हुई डील के तहत मिले पैसों में से 8 करोड़ समीर वानखेड़े को दिए जाने थे। सैल ने यह भी आरोप लगाया है कि एजेंसी ने ड्रग रेड के दौरान क्रूज शिप के अंदर या बाहर उनसे किसी दस्तावेज पर साइन नहीं कराए बल्कि उन्हें एनसीबी के दफ्तर ले जा कर 10 खाली पेपर पर उनके साइन लिए गए। सैल का कहना है कि गोसावी ने क्रूज शिप पर रेड के बाद भी किसी शख्स से 50 लाख रूपये लिए थे।

समीर वानखेड़े के लिए दोहरी मुश्किलें
ड्रग रेड में साक्षी के गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद समीर वानखेड़े के लिए दोहरी मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। उनके खिलाफ एनसीबी ने विजिलेंस जांच के आदेश दे दिए हैं। ऐसा भी हो सकता है कि वानखेड़े को मौजूदा ड्रग रेड केस से हटा भी दिया जाए हालांकि वानखेड़े के खिलाफ जांच को सुपरवाइज करने वाले एनसीबी के उप महानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि यह अभी बताया नहीं जा सकता।

अब क्योंकि सैल ने वानखेड़े पर वसूली के आरोप भी लगाए हैं, ऐसे में बहुत हद तक मुमकिन हैं कि मुंबई पुलिस भी जल्द ही उनके खिलाफ एक्स्टॉर्शन के आरोपों के तहत भी जांच शुरू कर दें। इस तरह वानखेड़े पर दोधारी तलवार लटक रही है। वहीं अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए वानखेड़े ने मुंबई पुलिस को लिखे लैटर में कहा है कि उन्हें गलत उद्देश्य से फंसाने के लिए कोई कानूनी कार्रवाई न की जाए। 

समीर वानखेड़े पर लगे आरोपों पर राजनेताओं का बयान
आर्यन खान ड्रग रेड केस ने काफी समय पहले ही राजनीतिक रूप ले लिया था। सबसे पहले महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने इस रेड को ‘फर्जी’ बताया था। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा था कि ऐसे केस महाराष्ट्र को बदनाम करने के लिए दर्ज किए जा रहे हैं जबकि शिवसेना के संजय राऊत ने भी उनकी बात को दोहराते हुए इस ड्रग रेड को महाराष्ट्र को बदनाम करने के लिए किया गया षडयंत्र बताया है वहीं केंद्रिय मंत्री रामदास अट्ठावले का कहना है कि वानखेड़े को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वह अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं। 

क्या है क्रूज शिप ड्रग रेड केस 
एनसीबी की टीम ने 2 अक्टूबर को गोआ जा रही कार्डेलिया नाम की क्रूज शिप पर 2 अक्टूबर को रेड की थी। एजेंसी का दावा था कि उसने इस रेड के दौरान कई तरह के नशीले पदार्थ जब्त किए हैं और इस मामले में आर्यन खान समेत कई और लोगों को हिरासत में लिया गया है। फिलहाल मामलें में 20 से ज़्यादा लोग जिनमें कुछ ड्रग पेडलेर भी शामिल हैं, इन्हें गिरफ्तार किया गया है। जबकि रेड केस में ध्यान का केंद्र रहे आर्यन खान हिरासत 30 अक्टूबर तक बढ़ा दी गई है। उनकी ज़मानत याचिका पर 26 अक्टूबर को सुनवाई होगी।

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