कोविड में गिरी अर्थव्यवस्था लेकिन इन राज्यों की प्रति व्यक्ति आय बढ़ी!

by Sarfaroshi Edited by M. Nuruddin 1 year ago Views 2064

Per capita income in india

साल 2020 का जब ज़िक्र होता है तो कोरोना संक्रमण की बात होना तय है। दुनिया के मुकाबले भारत की अर्थव्यवस्था कोविड लॉकडाउन के कारण कई ज़्यादा प्रभावित हुई है। देश में अचानक लगे लॉकडाउन के कारण लाखों नौकरियों का नुकसान हुआ जबकि कई लोगों को कंपनियों से वेतन नहीं मिलने के कारण आर्थिक परेशानियों से गुज़रना पड़ा। हालांकि इस कठिन दौरे के बीच भी कुछ भारतीय राज्यों की पर कैपिटा इनकम यानि प्रति व्यक्ति आय में साल 2020-21 के दौरान इज़ाफा हुआ है।

सिक्किम में लोगों की आय बढ़ी

NSO के जारी आंकड़े बताते हैं कि सिक्किम, तमिलनाडु, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल और बिहार वह राज्य हैं जहां महामारी के दौरान साल 2020-21 में नागरिकों की प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में एक सिक्किम में एक व्यक्ति एक साल में 2,51,494 रूपये कमा रहा था। इस तरह तमिलनाडु, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल और बिहार में यह आंकड़ा 1,49,329,रूपये  89,234,रूपये  71,719, रूपये और 30,621रूपये  था। 

जबकि इसके बाद वित्तीय वर्ष 2020-21 में इन राज्यों की पर कैपिटा इनकम बढ़ कर 2,57,999 1,50,990, 91,547, 72,202 और 31,017 रूपये  हो गई है। बता दें कि गुजरात जैसे बढ़े राज्यों का पीसीआई डाटा पेश नहीं किया गया है। 

भारत की राष्ट्रीय आय में गिरावट

वित्तीय वर्ष 2020-21 जिसे पैंडेमिक या लॉकडाउन इयर की भी संज्ञा दी गई है इस दौरान बेरोजगारी बढ़ने, बिजनेस बंद होने और आर्थिक गतिविधियों पर रोक के कारण देश का राष्ट्रीय सकल घरेलु उत्पाद या नेशनल जीडीपी 7.3 फीसदी गिर गई थी। 

बीते वित्त वर्ष में देश की नेट नेशनल इनकम, NNI या राष्ट्रीय प्रति व्यक्ति आय गिर गई है। 2019-20 में भारत की नेट पर कैपिटा इनकम 94,566 थी जो 2020-21 में भारी गिरावट के साथ 86,659 रूपये हो गई। 

2020 भारत के लिए सबसे खराब आर्थिक वर्ष

2020 से पहले आज़ादी के बाद चार मौकों पर 1958, 1966, 1973 और 1980 में देश की राष्ट्रीय आय में गिरावट देखी गई थी। साल 1980 में यह सबसे ज़्यादा 5.2% तक गिर गई थी जबकि जीडीपी में 7.3 प्रतिशत की सिकुड़न के साथ 2020 अब देश की अर्थव्यवस्था के लिए सबसे खराब साल बन गया है।

दिल्ली, उत्तर प्रदेश में कम हुई लोगों की आमदनी

कुछ राज्यों ने हालांकि 2020 में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन अधिकतर राज्यों में लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। इनमें राजधानी दिल्ली सबसे आगे हैं। यहां 2020-21 में प्रति व्यक्ति आय गिर कर 2,54,001 रूपये हो गई है। इस तरह राजस्थान,  मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और पंजाब में भी यही चलन देखा गया है।  

चुनावी राज्यों का क्या हाल? 

कई रिसर्च में दावा किया गया है कि किसी देश में इकोनॉमिक इंडिकेटर जैसे प्रति व्यक्ति आय और चुनावी सुधार में संबंध होता है। भारत में राज्यों और केंद्र प्रशासित राज्यों की लंबी फहरिस्त है जहां अगले साल चुनाव होने हैं। इनमें उत्तर प्रदेश, पंजाब, गुजरात, हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड और मणिपुर शामिल हैं

इनमें बड़े राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब और पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश की बात करे तो वहां 2020-21 के दौरान प्रति व्यक्ति आय गिर गई है। उत्तर प्रदेश में 2019 में 44,618 के मुकाबले 2020 में पर कैपिटा इनकम 41,023 हो गई। इस तरह पंजाब और हिमाचल प्रदेश में भी 2019 के मुकाबले 2020 में कम हो कर 1,098,48 और 1,33,189 रूपये रह गई है। 
 

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