Chandigarh Municipal Results: AAP ने 14, बीजेपी ने 12 और कांग्रेस ने आठ सीटें जीती

आम आदमी पार्टी ने चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में कुल 35 में 14 वार्ड सीटों पर जीत हासिल की है। आप विधायक राघव चड्ढा ने इसे "केजरीवाल के गवर्नेंस मॉडल की जीत" बताते हुए कहा कि चंडीगढ़ नगर निगम में भाजपा और कांग्रेस दोनों के 12 साल के शासन के बाद चंडीगढ़ के लोगों ने उनकी पार्टी को मौका दिया है।
24 दिसंबर को हुए चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी आश्चर्यजनक रूप से सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। चुनाव में 60.7 फीसदी मतदान दर्ज किए गए थे। आम आदमी पार्टी के अलावा बीजेपी ने 12, कांग्रेस ने आठ और शिरोमणि अकाली दल ने एक सीट जीती है।
जीत पर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा कि निकाय चुनाव में उनकी पार्टी का प्रदर्शन पंजाब में आने वाले बदलाव का संकेत है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, "चंडीगढ़ नगर निगम में आम आदमी पार्टी की यह जीत पंजाब में आने वाले बदलाव का संकेत है। चंडीगढ़ के लोगों ने आज भ्रष्ट राजनीति को खारिज कर दिया है और आप की ईमानदार राजनीति को चुना है।" सीएम केजरीवाल ने जीतने वाले उम्मीदवार और पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई दी और ट्वीट में आगे कहा कि राज्य बदलाव के लिए तैयार है। चंडीगढ़ के निकाय चुनावों में विजयी हुई आम आदमी पार्टी की निगाहें राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों पर है। इस बीच, जिसे भाजपा के लिए एक बड़ा झटका कहा जा सकता है, महापौर रविकांत शर्मा और पूर्व महापौर दवेश मौदगिल दोनों को AAP उम्मीदवारों ने हराया है। हालांकि AAP ने एक शानदार शुरुआत की है, लेकिन इसके चुनाव अभियान समिति के प्रमुख चंदर मुखी शर्मा चुनाव नहीं जीत सके। 18 दिसंबर, 2016 को हुए पिछले चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में, बीजेपी ने 26 में कुल 20 सीटों पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस सिर्फ 4 सीटें जीतने में सफल रही जबकि अकाली दल ने सिर्फ एक सीट जीता था। हालांकि 2011 के चुनाव में कंग्रेस ने 11 और बीजेपी ने दस सीटें जीती थी। तब अकाली दल और बीएसपी ने दो-दो सीटें जीतने में कामयाब रही थी। आम आदमी पार्टी इस जीत को विधानसभा चुनाव के लिए एक संकेत मान रही है। अब देखने वाली बात होगी कि आप की इस बड़ी जीत के बाद पार्टी विधासभा चुनाव में किस तरह का प्रदर्शन करती है।
जीत पर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा कि निकाय चुनाव में उनकी पार्टी का प्रदर्शन पंजाब में आने वाले बदलाव का संकेत है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, "चंडीगढ़ नगर निगम में आम आदमी पार्टी की यह जीत पंजाब में आने वाले बदलाव का संकेत है। चंडीगढ़ के लोगों ने आज भ्रष्ट राजनीति को खारिज कर दिया है और आप की ईमानदार राजनीति को चुना है।" सीएम केजरीवाल ने जीतने वाले उम्मीदवार और पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई दी और ट्वीट में आगे कहा कि राज्य बदलाव के लिए तैयार है। चंडीगढ़ के निकाय चुनावों में विजयी हुई आम आदमी पार्टी की निगाहें राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों पर है। इस बीच, जिसे भाजपा के लिए एक बड़ा झटका कहा जा सकता है, महापौर रविकांत शर्मा और पूर्व महापौर दवेश मौदगिल दोनों को AAP उम्मीदवारों ने हराया है। हालांकि AAP ने एक शानदार शुरुआत की है, लेकिन इसके चुनाव अभियान समिति के प्रमुख चंदर मुखी शर्मा चुनाव नहीं जीत सके। 18 दिसंबर, 2016 को हुए पिछले चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में, बीजेपी ने 26 में कुल 20 सीटों पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस सिर्फ 4 सीटें जीतने में सफल रही जबकि अकाली दल ने सिर्फ एक सीट जीता था। हालांकि 2011 के चुनाव में कंग्रेस ने 11 और बीजेपी ने दस सीटें जीती थी। तब अकाली दल और बीएसपी ने दो-दो सीटें जीतने में कामयाब रही थी। आम आदमी पार्टी इस जीत को विधानसभा चुनाव के लिए एक संकेत मान रही है। अब देखने वाली बात होगी कि आप की इस बड़ी जीत के बाद पार्टी विधासभा चुनाव में किस तरह का प्रदर्शन करती है।
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