ट्रम्प की नहीं होगी वापसी, जो बाइडेन बन सकते हैं 46वें अमेरिकी राष्ट्रपति: फाइनेंशियल टाइम्स

दुनिया के सबसे ताक़तवर मुल्कों में शुमार अमेरिका के राष्ट्रपति के चुनाव में अब केवल तीन हफ्ते का समय रह गया है। इसी चुनावी उठापटक के बीच कई पोल्स सामने आ रहे है जो अपने अपने हिसाब से इस चुनाव को डिकोड करने की कोशिश कर रहे है। अब मशहूर ब्रिटिश अख़बार फ़ाइनेंशियल टाइम्स के एक सर्वे में बताया गया है की मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की वापसी नहीं होने जा रही है और डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडन यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका के 46वे राष्ट्रपति बन सकते है।
ट्रम्प की चिंता का सबब है की वो सीटे जहा पारंपरिक तौर पर रिपब्लिकन पार्टी का दबदबा था, वो सीट भी ट्रम्प हार रहे है। आसान भाषा में कहे तो खुद रिपब्लिकन समर्थक नहीं चाहते की ट्रम्प राष्ट्रपति बने।
फ़ाइनेंशियल टाइम्स के मुताबिक इस राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडन की लोकप्रियता 51.7 फीसदी है जबकि ट्रंप की लोकप्रियता लगातार घट रही है। इसके मुकाबले 41.9 फीसदी अमेरिकी जनता चाहती है कि ट्रंप ही फिर राष्ट्रपति बने। लगभग सभी ओपिनियन पोल्स जो बाइडन की बड़ी जीत का अनुमान लगा रहे है। चुनाव पंडितों का मानना है जिस तरह 2016 में हुए पिछले राष्ट्रपति चुनावों में हिलेरी क्लिंटन को अप्रत्याशित हार मिली थी, ऐसा ही कुछ इस बार भी देखने को मिल सकता है। पर ध्यान रहे, अमेरिका में मतदान में छोटे बदलाव भी चुनाव का पूरा नतीजा बदल जाता है। जानकारों के मुताबिक प्रेज़िडेंशियल डिबेट और ट्रंप के कोविड पॉज़िटिव होने के बाद से बाइडन की लोकप्रियता में इज़ाफा हुआ है। इस रिपोर्ट के मुताब़िक ट्रंप उन राज्यों में भी चुनाव हार रहे हैं जो रिपब्लिकन पार्टी का गढ़ माना जाता है। इसको लेकर कई रिपब्लिकन नेता भी ट्रंप की आलोचना कर रहे हैं और उनपर ग़ैर ज़िम्मेदार होने का आरोप लगा रहे हैं। फ़ाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक़ दोनों उम्मीदवारों के बीच वोट मार्जिन 13-100 का है। इसका मतलब अगर इसी परिस्थिति में चुनाव होते है तो बाइडन 86 बार जीतेंगे और ट्रम्प केवल 13 बार। इससे पहले अगस्त महीने के सर्वे में दोनों उम्मीदवारों के बीच 29-71 का फ़ासला था।
लेकिन ध्यान रहे, 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में भी डेमोक्रेट की हिलेरी क्लिंटन और ट्रंप के बीच 29-71 का ही फ़ासला था, जिसके बावजूद ट्रंप को जीत मिली और वो राष्ट्रपति बने। ऐसे में देखने वाली बात ये होगी कि क्या ट्रम्प अपनी खोयी हुई ज़मीन को वोटिंग से पहले पाने में कामयाब होंगे या फिर देश को नया राष्ट्रपति मिलेगा।
फ़ाइनेंशियल टाइम्स के मुताबिक इस राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडन की लोकप्रियता 51.7 फीसदी है जबकि ट्रंप की लोकप्रियता लगातार घट रही है। इसके मुकाबले 41.9 फीसदी अमेरिकी जनता चाहती है कि ट्रंप ही फिर राष्ट्रपति बने। लगभग सभी ओपिनियन पोल्स जो बाइडन की बड़ी जीत का अनुमान लगा रहे है। चुनाव पंडितों का मानना है जिस तरह 2016 में हुए पिछले राष्ट्रपति चुनावों में हिलेरी क्लिंटन को अप्रत्याशित हार मिली थी, ऐसा ही कुछ इस बार भी देखने को मिल सकता है। पर ध्यान रहे, अमेरिका में मतदान में छोटे बदलाव भी चुनाव का पूरा नतीजा बदल जाता है। जानकारों के मुताबिक प्रेज़िडेंशियल डिबेट और ट्रंप के कोविड पॉज़िटिव होने के बाद से बाइडन की लोकप्रियता में इज़ाफा हुआ है। इस रिपोर्ट के मुताब़िक ट्रंप उन राज्यों में भी चुनाव हार रहे हैं जो रिपब्लिकन पार्टी का गढ़ माना जाता है। इसको लेकर कई रिपब्लिकन नेता भी ट्रंप की आलोचना कर रहे हैं और उनपर ग़ैर ज़िम्मेदार होने का आरोप लगा रहे हैं। फ़ाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक़ दोनों उम्मीदवारों के बीच वोट मार्जिन 13-100 का है। इसका मतलब अगर इसी परिस्थिति में चुनाव होते है तो बाइडन 86 बार जीतेंगे और ट्रम्प केवल 13 बार। इससे पहले अगस्त महीने के सर्वे में दोनों उम्मीदवारों के बीच 29-71 का फ़ासला था।

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